साहित्य
Indore News : आज की पत्रकारिता में फुटवर्क जिंदा रखने की आवश्यकता है : नीलेश मिसरा
इंदौर : ख्यात कहानीकार श्री नीलेश मिसरा शनिवार, 23 जनवरी 2021 को सुबह 10 बजे इंदौर प्रेस क्लब में ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि पत्रकारीय
Indore Literature Festival : लेखन अलग नहीं होता, व्याकरण भर बदलता है : नीलेश मिश्रा
इंदौर : ‘लिटरेचर फेस्टिवल’ का हिस्सा बने स्टोरी टेलर, गीतकार और लेखक नीलेश मिसरा ने मंच पर आते ही जैसे ही कहा कि ‘दोस्तों मेरा नाम नीलेश मिसरा है’, पूरा
Indore Literature Festival : जिद नहीं होगी तो समाज नहीं बदलेगा : मनीषा कुलश्रेष्ठ
इंदौर : लिटरेचर फेस्टिवल का हिस्सा बनी राजस्थान की प्रसिद्द लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ ने अपने सत्र के दौरान कहा कि मेरी नजर में स्त्री लेखन को किसी एक बंधन में
भारत के महान सपूत की महागाथा, नेता जी की 125 वीं जयंती पर शब्द सुमन अर्पित
धैर्यशील येवले इंदौर तुम भारत के हो भाल तुम भारत के हो लाल सुभाष ,सुभाष ,सुभाष हो रण केसरी तुम तलवार ,खुखरी तुम लावा तुम्हारी रगों में झुके नही तुम
कहीं आप नैचरल बायास (प्राकृतिक पुर्वग्रह) से पीड़ित तो नहीं।
-डॉ. गरिमा संजय दुबे “अरे उसकी तो क्या किस्मत है”। “चाँदी का चम्मच मुँह में लेकर पैदा हुआ है।” “उनको क्या चिंता खानदानी रईस है” “अरे उसकी तो बड़ी जान
तरुणाई युवा कवि सम्मेलन सम्पन्न, डॉ. दवे बोले-युवाओं की ऊर्जा से संस्कृति समृद्ध
इंदौर : ‘युवाओं में ऊर्जा का अतुल्य भंडार होता है, आज कवि सम्मेलनों में उस ऊर्जा का प्रवाह नज़र आ रहा है।’ उक्त उद्गार युवा दिवस के उपलक्ष्य में स्थानीय
तरुणाई युवा कवि सम्मेलन कल
इंदौर : युवा दिवस के उपलक्ष्य में अतुल्य अकादमी एवं मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा आयोजित ‘तरुणाई’ युवा कवि सम्मेलन, स्थानीय देवपुत्र भवन, संवाद नगर में रविवार को 4 बजे से
ट्रैफिक सुरक्षा
-धैर्यशील येवले इंदौर रोड पर हमेशा बाएं चलना जब चलाओ बाइक स्कूटर हेलमेट अवश्य पहनना ओ भैया ओ बहना ट्रैफिक नियम पालन करना 18 वर्ष से कम बच्चों को वाहन
उनके लिए—-
– सतीश जोशी पत्थर तोड रहा, पत्थर जोड़ रहा, पसीना बहा रहा, खूब तप रहा, खूब गल रहा, सूखकर टूट रहा, उनके सपनों के लिए, उनकी कोठियो के लिए उनकी
सावधान सावधान
बदमाशों की खैर नही कार्यवाही में देर नही नारी के सम्मान में पुलिस डटी मैदान में सावधान सावधान ।। बबली को अब घूरना नही उसका पीछा करना नही छेड़ना उसे
शक्ति रूपा
ईश्वर ने अपने उपवन से निकाल दिया था हमें वासना रूप धूर्त साँप की बातों पर विश्वास करने की सज़ा मिली हमें । मुझे एकांकी व खिन्न देख सुना है
सत्संग
मुझे मेरे होने पर अहंकार है राग ,द्वेष ,ईर्ष्या ,क्रोध मेरे अलंकार है । करू हर काम मे मनमानी मैं जो ठहरा अभिमानी देख दुसरो का दुःख मुझे अच्छा लगता
नागरिक की अभिलाषा
धैर्यशील येवले, इंदौर अखबारों में न हो कोई सनसनीखेज खबर टी वी चैनलों पर न हो अनावश्यक मुद्दों पर निरर्थक बहस । हर सवार चलता रहे रोड पर नियमानुसार बाएं
चरैवेति चरैवेति
मत फड़फड़ा पंछी मर्जी उसकी ही चलेगी कर कोशिश भले ही थकहार हाथ ही मलेगी । तेज बहती हवा से तिनके बुलंदी पा जाते है थमते ही हवा का शोर
दीपोत्सव
अंधकार की माटी में बीज प्रकाश का रखना आंधी है आ रही दीपक जलाये रखना ।। ज्योतिर्मय पथ सभी हो प्रगति को अग्रसर छोड़ दो तुम आज ही राग ,द्वेष
प्रसाधन
हैरान है ,परेशान है क्या करें ,क्या न करें इसी ऊहापोह में कुछ सहायता मिल जाये लगाया फोन साहब को जवाब मिला साहब बाथरूम में है । छोटे लोगो की
मैं हूँ न
अकेला हूँ तन्हा हूँ कोई तो कहे मैं हूँ न चारो और भीड़ है पर कोई तो कहे मैं हूँ न तमस में डूबे शहर में कोई तो कहे मैं
गज़ल
मेरा जिस्म जैसे कब्रिस्तान हो गयानश्वर शरीर मे अमर आत्मा लिए हूँ सांसे ही भारी लगने लगी है अब तोफिर भी रिश्तों का बोझ लिए लिए हूँ किसी से मिलने
दो दिवसीय रंगोली कार्यशाला
इंदौर। उल्लास और उमंग का पर्व है दीपोत्सव। इस पर्व की एक रंगीनियत आंगन में बनी रंगोली से भी है। घर-आंगन को शोभित करने वाली रंगोली बनाना तो सब चाहते
निष्काम
मुक्ति का अनुष्ठानमुक्ति का बंधन हो गयाजिससे कभी न है अलगजुड़ने को बेचैन हो गया । स्वप्न से जागते हीकाया का भान हो गयाजो कभी खोया नहीखोजने में परेशान हो