Indore News : पिछले दो वर्ष से हम कोरोना महामारी के गंभीर परिणामों से भलीभांति परिचित हो चुके हैं किन्तु सबकुछ जानते हुए भी लापरवाही पूर्ण हमारा रवैया ठीक नहीं है। कोरोना के नये वायरस ओमीक्रॉन (omicron) के संदर्भ में चर्चा करते हुए मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॅास्पिटल इंदौर के डॅा. तनय जोशी ने बताया कि पूर्व में आये डेल्टा वायरस की तुलना में ओमीक्रॉन नामक यह नया वायरस कई गुना ज्यादा खतरनाक है। इस महामारी के दौर में केवल सरकार की ही जिम्मेदारी नहीं है।
हर व्यक्ति को अपनी निजी जिम्मेदारी मानकर हर समय डबल मास्क का उपयोग करना चाहिये, बार बार हाथों को धोना चाहिये, भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचना चाहिये, साथ ही कोरोना वेक्सीन भी लगवाना चाहिये जिन्होंने कोरोना वेक्सीन का एक डोज लगवा लिया है वह दूसरा डोज भी जल्द लगवाएं, स्थानीय प्रशासन और सरकार इस दिशा में भरसक प्रयास कर रहे हैं किन्तु लोगों को भी चाहिये कि वह अपने आप को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिये वैक्सीन सहित सभी आवश्यक जिम्मेदारियों का निर्वहन करें।
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साउथ अफ्रीका, बेल्जियम, चायना, एवं यूरोपिय देशों में जहां जहां ओमीक्रॉन नामक यह वायरस फैल चुका है वहां के लोगों में इसकी तीव्रता देखी जा रही है। इसके फैलने की क्षमता अत्याधिक है। हालांकि अभी हमारे देश में इसका कोई केश सामने नहीं आया है लेकिन फिर भी हमें इससे बचने के लिये पहले से जागरूक होना जरूरी है। इस वायरस से डरना नहीं है क्योंकि डर से कई प्रकार के दूसरे रोगों का खतरा भी बना रहता है।
हमें तनावमुक्त होकर कोरोना से लड़ना है। हम पिछले 2 वर्ष से इस बीमारी को देख रहै है। इसमें महत्वपूर्ण बात यही है कि ज्यादा से ज्यादा सावधानी का ध्यान रखें। सरकार इस वैरिएंट को लेकर नये दिशा निर्देश जारी करे उससे पहले हम भी जागरूकता का परिचय दें और कोरोना प्रोटोकॅाल का पालन करें। यही कोरोना से बचने का सबसे बड़ा मंत्र है।