साहित्य
“मिडिल-क्लास”
“मिडिल-क्लास” का होना भी किसी वरदान से कम नहीं है. कभी बोरियत नहीं होती. जिंदगी भर कुछ ना कुछ आफत लगी ही रहती है. मिडिल क्लास वालों की स्थिति सबसे
तुम्हारी ऐसी तैसी
माणिक वर्मा हरा भरा यह देश तुम्हारी ऐसी तैसी फिर भी इतने क्लेश तुम्हारी ऐसी तैसी बंदर तक हैरान तुम्हारी शक्ल देखकर किसके हो अवशेष तुम्हारी ऐसी तैसी आजादी लुट
पंकज सुबीर को रूस के ‘भारत मित्र समाज’ की ओर से पुश्किन सम्मान से नवाजा जाएगा
मास्को। मानवीय सरोकारों के पैराकार हिन्दी के चर्चित लेखक पंकज सुबीर को रूस का पुश्किन सम्मान-2017 दिये जाने की घोषणा की गई है। रूस के ‘भारत मित्र समाज’ की ओर
इस दौरान : मेरी एक नई कविता
-श्रवण गर्ग हैं परेशान इन दिनों बहुत सारी चीजों को लेकर हम ! मसलन ,क्या करना चाहिए हमें- नहीं बचे जब अपना ही देश हमारे पास ! कहाँ पहुँचना चाहिए
मैं एक चयनित शिक्षिका…
( ब्रजेश राजपूत का ब्लॉग ) सुबह का अलार्म बजते ही नींद खुली। घडी देखी तो तड़के साढ़े तीन बजे थे। तुरत फुरत बिस्तर छोडा। रात की नींद आंखों में
राखी :: मेरा देश ,मेरी संस्कृति का यह ,दिल से रिश्ता है
“”””””””””””””””””””””””””””””””””” प्रेम प्यार का बंधन है राखी , भाई बहन का प्यार है राखी , सावन की हरियाली बहार है , धरा भी मन से मुस्कुरा रही है , बहना
सबके अपने युद्ध अकेले
पी नरहरि की एक कविता सबके अपने युद्ध अकेले, और स्वयं ही लड़ने पड़ते, सहने पड़ते, कहने पड़ते, करने पड़ते, वह सब कुछ भी, जो न चाहे कभी अन्यथा। कल
Indore News: 15 अगस्त पर कवि सम्मेलन ऑनलाइन माइक्रोसॉफ्ट टीम एप्प पर किया आयोजित
इंदौर( Indore News) : नार्मदीय ब्राह्मण इंदौर महिला इकाई उपाध्यक्ष सरिता अजय साकल्ले द्वारा ऑनलाइन भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। सरिता के साथ तकनीकी सहायक कु. शारदा जोशी
मेरा भारत अब ये ,नया विश्व भारत है
“””””””””””””””””””””””””””””” मेरा भारत अब ये ,नया विश्व भारत है जहाँ देशभक्ति की ,ज्वाला, कण कण में है नये तकनीक ,हथियारों से ,देश में चोकसी है सीमा सुरक्षा में भी ,सेना
बुलेटप्रूफ कांच
पहले शीशे पत्थर से चकनाचूर हो जाते थे अब नही होते बुलेट प्रूफ जो आ गए है। शीशे के घरों में बैठे लोग मजे से खेलते है अब पत्थरो से
कालिदास की शेषकथा के अमर गायक
जयंती/जयराम शुक्ल आज राष्ट्रकवि डा.शिवमंगल सिंह सुमनजी की जयंती है। सुमनजी, दिनकरजी की तरह ऐसे यशस्वी कवि थे जिनकी हुंकार से राष्ट्रअभिमान की धारा फूटती थी। संसद में अटलजी ने
दुनिया बड़ी बेमुरव्वत है?
शशिकांत गुप्ते शराब को जब ज़हरीले शब्द की उपमा दी जाती है ? तब करेला और नीम चढ़ा यह कहावत चरितार्थ हो जाती है।जो भी हो शराब सरकार के लिए
उड़ान
धैर्यशील येवले इंदौर रुकूँगा नही आगे तो बढूंगा आती है परेशानियां आने दो । कभी गिरा कभी चढ़ा हूँ मुफलिसी में पला बढ़ा हूँ लक्ष्य जमीन पर नही है आसमान
देवेन्द्र बंसल को ”सृजन श्री” सम्मान
सामाजिक ,विचारक,कवि देवेन्द्र बंसल को साहित्य संगम संस्थान मध्यप्रदेश द्वारा “ सृजन श्री “सम्मान मिला है । यह उनके प्रेरणादायी पत्र लेखन को मिला है। साथ ही द फेस ऑफ
मोदी की इस योगी तारीफ़ के पीछे क्या है ?
श्रवण गर्ग किसी राष्ट्र के प्रधानमंत्री होने के सुख और उसकी अनुभूति का शब्दों में बखान नहीं किया जा सकता। वह राष्ट्र अगर दुनिया के करीब दो सौ मुल्कों में
गीत और कविताओं से मनाया गया शहर के युवा कवि जितेन्द्र शिवहरे जुगनू का जन्मदिन
इंदौर। शहर के युवा कवि जितेन्द्र शिवहरे जुगनू इंदौर जुगनू का जन्म दिन ऑनलाइन गीत और कविताओं के माध्यम से 17 जुलाई को मनाया गया। अन्य कवियों ने अपने प्यारे
“दो बूंद पानी” फिल्म के अंशों का प्रदर्शन और चर्चा
प्रगतिशील लेखक संघ और भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) के संस्थापक सदस्य और नया संसार फिल्म कंपनी के प्रवर्तक, राज कपूर को शोहरत की बुलंदी देने वाली फिल्मों के लेखक
Indore News: जागृत मालवा मासिक पत्रिका के सेवा विशेषांक के विमोचन
कोरोना काल की जो विभीषिका हमारे सामने उत्पन्न हुई ,उस समय जब लोग एक -दूसरे से मिलने से डर रहें थे तब भी संघ का कार्यकर्ता सेवा का कार्य किसी
वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. शरद पगारे का 90वां जन्मदिन आज, देशभर से मिल रही बधाई
देशभर में अपनी कहानियों के लिए चर्चित, वरिष्ठ साहित्यकार शरद पगारे का आज जन्मदिन है. देशभर से उन्हें कई साड़ी बधाई दी जा रही है. आपकी जानकारी के लिए बता
कबीर जयंती के अवसर पर- कबीर का काव्य सौष्ठव एवं योगदान
एन के त्रिपाठी कबीर की कविता भाषा, छन्द एवं कला की दृष्टि से कोई बहुत उच्च श्रेणी की नहीं है लेकिन उनकी बेबाक़ और दबंग शैली ने उन्हें हिंदी साहित्य