साहित्य
अंतर्राष्ट्रीय महिला साहित्य समागम: प्रवासी साहित्य को मुख्यधारा के साहित्य को समझना होगा: शार्दूला नोगजा
प्रवासी साहित्य के बीच सेतु विषय पर बोलते हुए शार्दूला नोगजा ने कहा कि प्रवासी साहित्यकार जब भारत के बारे में लिखते हैं तो क्या सचमुच उसमें भारत के संघर्ष
प्रवासी साहित्य का सेतु इसलिए भी महत्वपूर्ण है इसके माध्यम से विदेश की खुशबू हमारे देश आती है : प्रतिभा कटियार
प्रवासी साहित्य के बीच सेतु विषय पर बोलते हुए डॉ प्रतिभा कटियार ने कहा कि आज का दौर ऐसा है जिसमें सभी स्त्रियां प्रवासी हो गई है और यहां तक
महिला लेखन ने बहुत संघर्षों के बाद आज अपने लिए खुद जमीन बनाई- डॉक्टर सूर्यबाला
Indore: देश की जानी मानी लेखिका डॉक्टर सूर्यबाला का कहना है कि महिला लेखन को पहले दोयम दर्जे का समझा जाता था लेकिन धीरे-धीरे महिला लेखन ने खुद अपनी जमीन
अंतर्राष्ट्रीय महिला साहित्य समागम में बेल्जियम के डॉ गौतम ने कहा, घमासान डॉट कॉम भी लल्लनटॉप जैसा बड़ा पोर्टल बन गया है
Indore: बेल्जियम से आए डॉ गौतम ने कहा कि इंदौर आकर इस आयोजन की भव्यता को देखकर बेहद प्रभावित हुए हैं उन्हें ऐसा लगता है कि एक दिन यह कार्यक्रम
Indore: इंदौर में आकर मेरा भरोसा घमासान पर बढ़ा है, प्रसिद्ध लेखिका सूर्यबाला ने कहा
इंदौर के अभय प्रशाल में आज अंतर्राष्ट्रीय महिला साहित्य समागम की रंगारंग शुरुआत हुई इस कार्यक्रम का आयोजन हिंदी न्यूज़ पोर्टल घमासान डॉट कॉम तथा शहर की प्रतिष्ठित संस्था वामा
Indore: हिंदी भाषा को आज भी नोबेल पुरस्कार का इंतजार है, बेल्जियम से आई लेखिका डॉ राजकुमारी गौतम ने कहा
इंदौर के अभय प्रशाल में आज अंतर्राष्ट्रीय महिला साहित्य समागम की रंगारंग शुरुआत हुई इस कार्यक्रम का आयोजन हिंदी न्यूज़ पोर्टल घमासान डॉट कॉम तथा शहर की प्रतिष्ठित संस्था वामा
Indore: तकनीकी माध्यमों से भाषा का विकास संभव है, बेल्जियम से आई लेखिका डॉ राजकुमारी गौतम ने कहा
इंदौर के अभय प्रशाल में आज अंतर्राष्ट्रीय महिला साहित्य समागम की रंगारंग शुरुआत हुई इस कार्यक्रम का आयोजन हिंदी न्यूज़ पोर्टल घमासान डॉट कॉम तथा शहर की प्रतिष्ठित संस्था वामा
Indore: अंतर्राष्ट्रीय महिला साहित्य समागम की रंगारंग शुरुआत
इंदौर के अभय प्रशाल में आज अंतर्राष्ट्रीय महिला साहित्य समागम की रंगारंग शुरुआत हुई इस कार्यक्रम का आयोजन हिंदी न्यूज़ पोर्टल घमासान डॉट कॉम तथा शहर की प्रतिष्ठित संस्था वामा
14-15 मई को आयोजित होगा अंतर्राष्ट्रीय महिला साहित्य समागम, ये विशिष्ट अतिथि होंगे शामिल
मां अहिल्या की नगरी और देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में महिला लेखन को रेखांकित करने के लिए वामा साहित्य मंच तथा घमासान डॉट कॉम द्वारा एक अत्यंत महत्वपूर्ण
वामा साहित्य मंच ने इस रिसोर्ट में फाग मिलन को पिकनिक के रूप में किया आयोजित
आभासी गोष्ठियों के लंबे सिलसिले के पश्चात जब सखियां एक- दूजे से यथार्थ में रूबरू हुईं, तो उनकी प्रसन्नता व उत्साह देखते ही बन रहा था। उस पर प्रकृति के
अनोखे अंदाज में मनेगा साहित्यकार नरेश मेहता का जन्म शताब्दी वर्ष, Logo का हुआ विमोचन
इंदौर। अपने वैविध्यपूर्ण, उत्कृष्ट और गहरी सोच के लेखन से साहित्य प्रेमियों के दिलों पर राज करने वाले, देश के सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित श्रीयुत श्री नरेश
World Poetry Day पर बॉलीवुड के कई सितारों को इस सोशल मीडिया ऐप ने किया आकर्षित
21 मार्च 2022 विश्व कविता दिवस के मौके पर सोमवार को मशहूर अभिनेता और कवि पीयूष मिश्रा ने देश के पहले बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Koo App पर #JantaKiKavita (जनता की
वामा साहित्य मंच के बैनर तले हुआ पुस्तक विमोचन
ज़ीवन चलने का नाम यात्राएँ अनवरत चलनी चाहिए। देश विदेश की छोटी छोटी बातों को किस्सों में ढालकर गागर में सागर भरने का प्रयास है यह पुस्तक। बड़ी ही अद्भुत
हँसी का संक्रमण फैलाना अनिवार्य
आज की स्पर्धा युक्त जिंदगी में हास्य का स्थान सर्वोपरि है। अच्छा हास्य पाठक के मन को गुदगुदाता है, उसके चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान लाता है। इसलिए हास्य का
महेश्वर में “नर्मदा साहित्य मंथन” का आयोजन, 3 दिनों तक सजेंगी साहित्य के इन दिग्गजों की महफ़िल
साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश(Sahitya Akademi Madhya Pradesh) एवं विश्व संवाद केंद्र मालवा के संयुक्त तत्वावधान में माँ नर्मदा के तट पर बसी आध्यात्मिक एवं एतिहासिक नगरी महेश्वर में “नर्मदा साहित्य मंथन(Narmada
माता-पिता : धरती के भगवान
बाज़ार में बड़ी आसानी से मिल जाता है सब कुछ,लेकिन न तो माँ जैसी जन्नत मिलती है न बाप जैसा साया। सच्चे ज्योतिषी दुनिया में बस दो ही हैं ,मन
ताई के घर जाएं, किताबें ले, पढ़ें, और फिर वापस कर दें
“ज्ञान तो बाँटने से ही बढ़ता हैं” इसी कथन को दोहराते हुए पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन(Former Lok Sabha Speaker Sumitra Mahajan) जिन्हें सब प्यार से ‘ताई’ कहते हैं ने
इस दौरान : मेरी एक नई कविता, करना होगा थोड़ा इंतज़ार!
श्रवण गर्ग नहीं है ठीक समय अभी करना होगा थोड़ा इंतज़ार होने के लिए ख़ुश या फिर दिखने के लिए उदास चुनना होगा कोई और वक्त इस एक ज़रूरी काम
वागीश्वरी पुरस्कार 2022 के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित
वर्ष 1985 में स्थापित यह पुरस्कार मध्यप्रदेश के साहित्यकारों को पिछले तीन कैलेंडर वर्षों में प्रकाशित पुस्तकों पर प्रदान किया जाएगा। इस तरह वर्ष 2019, 2020 और 2021 में 1
देश धर्म
धैर्यशील येवले इंदौर हुई गलतियां सुधरना चाहिए इतिहास करवट बदलना चाहिए हुआ जिनके साथ भी अन्याय न्याय उन्हें अब मिलना चाहिए कब तक युही पड़ा रहेगा पर्दा प्रकाश पर से