प्रसिद्ध न्यूज़ पोर्टल घमासान डॉट कॉम द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला संत समागम में नेपाल से आई लेखिका डॉ श्वेता दीप्ति ने कहा कि नेटफ्लिक्स का कल्चर हमारी संस्कृति और देश दोनों की बर्बादी कर रहा है उन्होंने कहा कि आज के बच्चे जितनी आसानी से गालियां सीख रहे हैं वह सब इसी कल्चर की देन है ।
उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति को बचाने के लिए बच्चों को संस्कारित करना होगा भाषाई सुचिता पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों के सीखने की शुरुआत घर से ही होती है इसलिए जो भी वह सीख रहे हैं उस पर हमें ध्यान देना चाहिए उन्होंने कहा कि आज बड़ी-बड़ी कंपनियों के दबाव भी बच्चों पर बढ़ रहे हैं इसलिए वह भूल रहे हैं कि उनकी अपनी पहचान क्या है उनकी भाषा क्या है इस तरह से बहुत सारे दबाव काम कर रहे हैं उन्होंने कहा कि क्या हम सचमुच अंग्रेजी के गुलाम हो गए हैं ।