अगले कुछ घंटों में प्रदेश के इन जिलों में होगी झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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By Srashti BisenPublished On: April 16, 2025
MP Weather

MP Weather : मध्य प्रदेश में गर्मी ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। मंगलवार, 15 अप्रैल को प्रदेश के कई हिस्सों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया। एक ओर जहां रतलाम सबसे गर्म जिला रहा, वहीं पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में बादल छाए और हल्की बारिश भी दर्ज की गई। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में लू (हीट वेव) और तेज गर्मी को लेकर चेतावनी जारी की है।

मंगलवार दोपहर रतलाम जिले के सैलाना क्षेत्र में हल्की बारिश जरूर हुई, लेकिन इसके बावजूद रतलाम प्रदेश का सबसे गर्म जिला बना रहा। यहां अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश की संभावना

जहां पश्चिमी और मध्य जिलों में लू का खतरा मंडरा रहा है, वहीं पूर्वी मध्य प्रदेश में मौसम कुछ राहत दे सकता है। जबलपुर, रीवा और शहडोल संभाग के अंतर्गत आने वाले सात जिलों- शहडोल, मंडला, अनूपपुर, डिंडौरी, बालाघाट, सिवनी और छिंदवाड़ा में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। इन इलाकों में अगले दो दिनों तक बादल छाए रह सकते हैं और बूंदाबांदी हो सकती है।

11 जिलों में लू का अलर्ट, बढ़ेगी गर्मी

मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन और चंबल संभाग के जिलों में लू की चेतावनी जारी की है। अगले तीन दिनों तक इन क्षेत्रों में तेज गर्मी और हीट वेव का असर जारी रहने की संभावना है। विभाग के मुताबिक, 16 अप्रैल से लू का असर और भी तेज़ होगा, जिससे लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

41 डिग्री पार पहुंचा तापमान, ये जिले रहे सबसे गर्म

मंगलवार को प्रदेश के कई जिलों में भीषण गर्मी देखने को मिली, जहां तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया। रतलाम सबसे गर्म रहा, जहां पारा 42.2 डिग्री तक पहुंच गया।  मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि भोपाल, इंदौर, उज्जैन और सागर संभाग में भी तापमान 41 डिग्री से अधिक रह सकता है।

लू से बचाव जरूरी, स्वास्थ्य पर पड़ सकता है असर

हीट वेव की स्थिति में बाहर निकलने से बचें, खासकर दोपहर 12 से 4 बजे के बीच। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। शरीर में पानी की कमी न होने दें और छाया वाली जगहों पर रहने की कोशिश करें। मौसम विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना बेहद आवश्यक है।