अगस्त के पहले सप्ताह में तेज धूप के बीच रुक-रुक कर हुई फुहारों के बाद, दूसरे सप्ताह की शुरुआत में भी प्रदेश में मौसम का यही मिजाज देखने को मिला है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा, जबकि अगले 24 घंटों में 14 जिलों में भारी वर्षा की संभावना है। साथ ही, पांच दिन बाद पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना भी जताई गई है, जिससे बारिश की तीव्रता और बढ़ सकती है।
पूर्वी मध्यप्रदेश में भारी वर्षा, औसत से 34% अधिक बारिश
पिछले 24 घंटों में पूर्वी मध्यप्रदेश के रीवा जिले में सबसे ज्यादा 102.2 मिमी बरसात दर्ज की गई, जबकि सीधी में 76 मिमी और सतना में 47.3 मिमी बारिश हुई। प्रदेश भर में अब तक औसत से 34% अधिक वर्षा हो चुकी है। आंकड़ों की मानें तो, पूर्वी मध्यप्रदेश में औसत से लगभग 38% और पश्चिमी मध्यप्रदेश में करीब 29% ज्यादा वर्षा दर्ज की गई है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून की स्थिति

मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून इस समय निचले इलाकों में सक्रिय है। एक ट्रफ लाइन पूर्वी उत्तर प्रदेश से बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रही है। इसके साथ ही, पांच दिन बाद बंगाल की खाड़ी में लो-प्रेशर सिस्टम के बनने के संकेत हैं। शनिवार को पूर्वी मध्यप्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ भारी वर्षा की संभावना है, जबकि उत्तरी मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में वर्षा का क्रम फिलहाल जारी है।
14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, कई जिलों में हल्की वर्षा
मौसम विभाग ने ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, रीवा, मऊगंज, सतना, कटनी, पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। वहीं भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, शाजापुर, आगर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, सिंगरौली, सीधी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, सागर, मैहर और पांढुर्णा में हल्की बरसात हो सकती है।
अधिकतम और न्यूनतम तापमान का हाल
अधिकतम तापमान में श्योपुर सबसे आगे रहा है। जहां पारा 34.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा। ग्वालियर में 34 डिग्री, दतिया में 32.8, नर्मदापुरम में 32.6, उज्जैन में 32.5 और रतलाम व खरगोन में 32.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। न्यूनतम तापमान में पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा, जहां पारा 19.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजगढ़ और खरगोन में 21 डिग्री, नरसिंहपुर में 21.4, अमरकंटक में 21.9 और इंदौर में 22.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ।
बड़े शहरों का पारा
प्रदेश के पांच बड़े शहरों में ग्वालियर का अधिकतम तापमान सबसे अधिक 34 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके अलावा उज्जैन में 32.5, जबलपुर में 31.7, भोपाल में 31.2 और इंदौर में 30.8 डिग्री सेल्सियस पारा दर्ज किया गया।