रायसेन जिले के उमरिया गांव में मध्य प्रदेश सरकार औद्योगिक प्रगति की दिशा में एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। यहां 1800 करोड़ रुपये की लागत से बीईएमएल (BEML) की ग्रीनफील्ड रेल कोच फैक्ट्री की स्थापना की जा रही है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का भूमिपूजन केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार, 11 अगस्त यानि आज करेंगे। यह फैक्ट्री न केवल राज्य की औद्योगिक क्षमता को बढ़ाएगी, बल्कि देश को वंदे भारत और मेट्रो कोच निर्माण में आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।
स्थानीय युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
यह परियोजना सिर्फ एक फैक्ट्री नहीं, बल्कि भोपाल और आसपास के जिलों के युवाओं के लिए रोजगार और तकनीकी कौशल विकास का बड़ा केंद्र होगी। आने वाले 5 वर्षों में इससे लगभग 5,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की संभावना है। विशेष रूप से भोपाल, रायसेन, सीहोर और विदिशा के तकनीकी संस्थानों से जुड़े विद्यार्थियों के लिए यह अवसर उनके करियर को नई दिशा मिलेगी।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस फैक्ट्री

इस फैक्ट्री में मेट्रो और रेलवे कोच के डिजाइन, निर्माण, असेम्बलिंग और परीक्षण की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यहां वंदे भारत, अमृत भारत और हाई स्पीड रेल सिस्टम के कोच तैयार किए जाएंगे। शुरुआती चरण में प्रति वर्ष 125 से 200 कोच बनाए जाएंगे, लेकिन भविष्य में इसकी उत्पादन क्षमता बढ़ाकर 1,100 कोच प्रतिवर्ष की जाएगी।
ग्रीन टेक्नोलॉजी और पर्यावरण संरक्षण
बीईएमएल की यह यूनिट पूरी तरह हरित प्रौद्योगिकी (Green Technology) से लैस होगी। इसमें सौर ऊर्जा, वर्षा जल संचयन और नवीकरणीय संसाधनों का उपयोग किया जाएगा, जिससे पर्यावरण पर न्यूनतम प्रभाव पड़ेगा। फैक्ट्री परिसर में वर्षा के पानी को सहेजने और पुनः उपयोग करने की व्यवस्था भी की जाएगी, जिससे जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।