प्रदेश के इन 7 जिलों में आंधी-तूफ़ान के साथ बरसेंगे बादल, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

मध्यप्रदेश में गर्मी अभी भी अपने चरम पर है, खासकर शिवपुरी और गुना में, जहां तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। मौसम विभाग ने 21 से 25 अप्रैल तक तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की चेतावनी दी है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवातीय घेरे के प्रभाव से कुछ हिस्सों में बादल, आंधी और बारिश के कारण तापमान में थोड़ी राहत मिली है।

Srashti Bisen
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MP Weather : मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में गर्मी अभी भी अपने चरम पर बनी हुई है। खासतौर पर शिवपुरी और गुना सबसे ज्यादा तप रहे हैं। शिवपुरी में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया, जो कि हीटवेव की स्थिति को दर्शाता है।

मौसम विभाग की मानें तो 21 अप्रैल से तापमान में और तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है, जो कि 25 अप्रैल तक 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।

पश्चिमी विक्षोभ ने बदला मौसम का मिजाज (MP Weather)

जम्मू-कश्मीर से आ रहे पश्चिमी विक्षोभ का असर पूरे उत्तर और मध्य भारत के मौसम पर साफ नजर आ रहा है। गर्मी के कुछ दिनों बाद अचानक मौसम में बदलाव आया है और बादलों के साथ आंधी जैसे हालात बनने लगे हैं। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने बताया है कि जबलपुर, भोपाल, उज्जैन, रीवा, इंदौर, नर्मदापुरम और सागर में बारिश (Rain) और आंधी की संभावना जताई गई है।

गर्मी में अचानक नरमी आने के पीछे ये मौसमीय कारण 

  • झारखंड के पास एक चक्रवातीय घेरा सक्रिय है, जिसकी वजह से बंगाल की खाड़ी से नमी उठ रही है। यह नमी हरियाणा तक पहुंच रही है, क्योंकि वहां तक एक लंबी ट्रफ लाइन बनी हुई है।
  • इसके अलावा, अफगानिस्तान से पश्चिमी विक्षोभ भी भारत में प्रवेश कर चुका है, जो इस पूरे सिस्टम को और प्रभावित कर रहा है।
  • एक दूसरी ट्रफ लाइन कर्नाटक से मध्यप्रदेश तक फैली हुई है, जिससे भी नमी का संचार हो रहा है। इन सभी कारकों के संयुक्त प्रभाव से गर्मी की तीव्रता थोड़ी कम हो गई है।