मालवा-निमाड़ में बना बिजली की मांग का रिकॉर्ड..

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इंदौर : रबी की सीजन में सिंचाई कार्यों का मुख्य दौर आने से बिजली की मांग सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई है। पिछले तीन दिन से मालवा और निमाड़ में बिजली की अधिकतम मांग 6000 मैगावाट के पार दर्ज हुई है। पिछले 24 घंटे में अधिकतम मांग 6262 मैगावाट रही। बिजली कंपनी ने शासन के आदेशानुसार मांग के अनुरूप आपूर्ति का प्रबंध किया है, पिछले चौबीस घंटों के दौरान दस करोड़ नौ लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई है।

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मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने बताया कि कंपनी स्तर पर सबसे ज्यादा बिजली की मांग और उसके अनुरूप पूर्ति रबी सीजन के दौरान होती है। वर्तमान में रबी सीजन का मुख्य दौर चल रहा है, इसलिए बिजली की मांग सर्वोच्च स्तर पर पहुंच चुकी है। श्री तोमर ने बताया कि गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार को बिजली की मांग 6000 मैगावाट के पार रही, मांग के मुताबिक ही बिजली की गुणवत्ता से आपूर्ति की जा रही है।

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प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने बताया कि पिछले चौबीस घंटों के दौरान मालवा-निमाड़ क्षेत्र के सभी 15 जिलों में दस करोड़ नौ लाख यूनिट बिजली आपूर्ति की गई है। सिंचाई के लिए राज्य शासन के आदेश के अनुसार दैनिक दस घंटे और शेष उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली वितरित हो रही है। प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने बताया कि पिछले चौबीस घंटों के दौरान सबसे ज्यादा बिजली इंदौर जिले में 1.55 करोड़ और धार जिले में 1.35 करोड़ करोड़ यूनिट बिजली वितरित हुई है।

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उज्जैन जिले में 1.19 करोड़ यूनिट बिजली वितरित हुई। इसी तरह खरगोन में 96 लाख यूनिट, देवास में 94 लाख यूनिट, रतलाम में 77 लाख यूनिट बिजली एक ही दिन में वितरित हुई है। अन्य जिलों में 20 लाख से 55 लाख यूनिट तक बिजली दैनिक वितरित हो रही है। प्रबंध निदेशक ने बताया कि कंपनी स्तर पर कार्यपालक निदेशक श्री गजरा मेहता आपूर्ति के लिए नोडल अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे है, जबकि प्रत्येक जिले में भी नोडल अधिकारी कार्य कर रबी सीजन में प्रभावी भूमिका निभाकर किसानों की यथासंभव मदद कर रहे है।