भारतीय फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्री के वरिष्ठ अभिनेता, निर्देशक और निर्माता धीरज कुमार का आज मुंबई में निधन हो गया। 79 वर्षीय धीरज कुमार को निमोनिया की शिकायत के चलते दो दिन पहले कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। परिवार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि उन्होंने आज दोपहर अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से फिल्म और टीवी जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
अंतिम संस्कार की जानकारी

धीरज कुमार का अंतिम संस्कार 16 जुलाई को सुबह 11 बजे मुंबई के विले पार्ले स्थित पवनहंस श्मशान भूमि में किया जाएगा।
उनका पार्थिव शरीर सुबह 6 बजे कोकिलाबेन अस्पताल से अंधेरी वेस्ट स्थित उनके घर लाया जाएगा और अंतिम दर्शन सुबह 10 बजे तक किए जा सकेंगे।
बॉलीवुड से टेलीविजन तक का सफर
धीरज कुमार ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की थी और उन्होंने फिल्मफेयर टैलेंट हंट में तीसरा स्थान हासिल किया था। इस कॉम्पिटिशन में राजेश खन्ना पहले और सुभाष घई दूसरे स्थान पर रहे थे। ये तीनों आगे चलकर हिंदी सिनेमा में बड़ा नाम बने।
1970 से 1985 के बीच धीरज कुमार ने ‘हीरा पन्ना’, ‘शिरडी के साईं बाबा’, ‘सरगम’, ‘मांग भरो सजना’, ‘क्रांति’, ‘पुराना मंदिर’, ‘कर्म युद्ध’ और ‘बेपनाह’ जैसी फिल्मों में काम किया। उन्होंने देव आनंद जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ भी स्क्रीन साझा किया।
टेलीविजन इंडस्ट्री को दी नई पहचान
फिल्मों के बाद धीरज कुमार ने अपना प्रोडक्शन हाउस ‘क्रिएटिव आई’ शुरू किया, जिसके तहत उन्होंने कई लोकप्रिय टीवी शोज़ बनाए। उनके कुछ बेहतरीन टीवी प्रोजेक्ट्स में शामिल हैं: ओम नमः शिवाय, श्री गणेश, मिली, घर की लक्ष्मी बेटियां, मन में है विश्वास, तुझ संग प्रीत लगाई सजना, नादानियां, इश्क सुबहान अल्लाह। उनका योगदान सिर्फ एक कलाकार के तौर पर नहीं, बल्कि एक दूरदर्शी निर्माता और निर्देशक के रूप में भी सराहा गया।
परिवार की अपील
धीरज कुमार के परिवार ने उनके स्वास्थ्य को लेकर पहले एक ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी किया था और उनके जल्द स्वस्थ होने की दुआ मांगी थी। उन्होंने चाहने वालों से इस कठिन समय में निजता बनाए रखने की भी विनती की थी। अब उनके निधन के बाद तमाम सेलेब्रिटीज़, इंडस्ट्री के साथी और फैंस सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
धीरज कुमार का जाना भारतीय फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्री के लिए एक गहरी क्षति है। उन्होंने अपने बहुआयामी टैलेंट और दूरदर्शिता से इंडस्ट्री को कई यादगार फिल्में और टीवी शो दिए। उनकी स्मृति में बना योगदान सदा जीवित रहेगा।