क्यों जरूरी है बाथरूम की सही दिशा? जानें क्या कहता है वास्तु शास्त्र

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By Swati BisenPublished On: August 12, 2025
Vastu Tips for Bathroom Direction

Vastu Tips for Bathroom Direction: भारत की प्राचीन परंपरा में वास्तु शास्त्र का बेहद खास महत्व है। यह केवल घर की बनावट ही नहीं, बल्कि उसमें सुख, शांति और सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने का मार्गदर्शन भी करता है। घर के हर हिस्से की तरह बाथरूम की दिशा भी वास्तु के अनुसार होना जरूरी है, वरना अनजाने में ही घर में निगेटिव एनर्जी और वास्तु दोष आ सकते हैं।

क्यों जरूरी है बाथरूम की सही दिशा

वास्तु शास्त्र को हजारों साल पुराना विज्ञान माना जाता है, जिसमें दिशाओं और ऊर्जा के संतुलन का बड़ा महत्व है। बाथरूम को सही दिशा में बनाना इसलिए जरूरी है क्योंकि यह घर की स्वच्छता, स्वास्थ्य और खुशहाली पर सीधा असर डालता है। गलत दिशा में बने बाथरूम से पारिवारिक रिश्तों में खटास, आर्थिक परेशानियां और स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं।

गलत दिशा में बाथरूम बनाने के नुकसान

उत्तर-पूर्व दिशा में बाथरूम

उत्तर-पूर्व दिशा को भगवान और ईशान की दिशा कहा जाता है। यहां बाथरूम बनवाना अशुभ माना जाता है। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा पनपने लगती है और परिवार में अशांति आ सकती है। कहा जाता है कि इस दिशा में बाथरूम होने से पिता और संतान के रिश्ते भी खराब हो सकते हैं।

दक्षिण, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम दिशा

इन दिशाओं में बाथरूम या टॉयलेट बनाने से परिवार के सदस्यों की सेहत बिगड़ सकती है। बार-बार बीमारी आना, थकान या मानसिक तनाव इसका असर हो सकता है।

किचन के पास बाथरूम

कभी भी रसोईघर के ठीक बगल या सामने बाथरूम नहीं बनवाना चाहिए। इससे घर के भोजन की पवित्रता पर असर पड़ता है और वास्तु दोष उत्पन्न होता है।

गलत रंग और वस्तुएं

बाथरूम में लाल या काले रंग की बाल्टी रखना भी अशुभ माना जाता है। इन रंगों से वहां की ऊर्जा असंतुलित हो जाती है।

सही दिशा में बाथरूम बनाने के फायदे

उत्तर-पश्चिम दिशा

वास्तु के अनुसार, बाथरूम बनाने के लिए सबसे शुभ दिशा उत्तर-पश्चिम मानी जाती है। यहां बने बाथरूम से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।

टॉयलेट की सही जगह

टॉयलेट को उत्तर-पश्चिम या उत्तर दिशा में बनवाना अच्छा माना जाता है। इससे घर में बरकत बनी रहती है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं दूर रहती हैं।

रंग और सजावट

बाथरूम की दीवारों और सजावट में हल्के और सॉफ्ट रंग जैसे हल्का पीला, हरा या हल्का नीला इस्तेमाल करें। यह न सिर्फ देखने में अच्छा लगता है, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा को भी बढ़ाता है।

सही वेंटिलेशन

बाथरूम में उचित हवा और रोशनी का होना बेहद जरूरी है। इसके लिए वेंटिलेशन सिस्टम या जालीदार खिड़की लगाएं, जिससे ताजी हवा का प्रवाह बना रहे और नमी कम हो सके।

शुभ वस्तुएं

बाथरूम में नीले रंग की बाल्टी का इस्तेमाल करना शुभ माना जाता है। यह घर में धन और सुख-समृद्धि लाने में मदद करता है।

Disclaimer: यहां साझा की गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और लोक आस्थाओं पर आधारित है। इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। ghamasan.com इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।