क्या अब शुरू होने वाला है ट्रेड वॉर! एक्शन में ट्रंप, कनाडा, चीन और मैक्सिको पर लगाया भारी इंपोर्ट ड्यूटी

srashti
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नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उन बातों को लागू करना शुरू कर दिया है जो उन्होंने अपने चुनाव अभियान के दौरान लगातार कही थीं। डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनते ही अमेरिका के प्रमुख व्यापारिक साझेदार देशों कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ लगा दिया। ट्रंप ने इसके लिए इन देशों से आने वाले अवैध अप्रवासियों को जिम्मेदार ठहराया है।

सबसे पहले, उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे अप्रवासियों पर कार्रवाई शुरू की। उन्हें विमान में बिठाकर देश से बाहर ले जाया गया। अब टैरिफ लगाने के आदेश पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। मैक्सिको और कनाडा से आने वाले सामान पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा, तथा चीन से आयातित माल पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा। इससे एक नया व्यापार युद्ध शुरू हो सकता है। इससे प्रतिवर्ष 2.1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक मूल्य का व्यापार प्रभावित हो सकता है।

डोनाल्ड ट्रम्प ने टैरिफ वृद्धि का समर्थन करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्ति अधिनियम के तहत राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की है। यह कानून किसी संकट से बाहर निकलने के लिए व्यापक शक्तियों के उपयोग की अनुमति देता है। ट्रम्प के आदेशानुसार संशोधित टैरिफ संग्रह मंगलवार यानी 4 फरवरी 2025 से लागू हो जाएगा।

इस निर्णय के पीछे क्या स्पष्टीकरण था?

“यह कदम अवैध प्रवासियों और संयुक्त राज्य अमेरिका में फेंटेनाइल सहित खतरनाक दवाओं से हमारे नागरिकों के जीवन को उत्पन्न खतरे के कारण उठाया गया था।” अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, “राष्ट्रपति के रूप में, सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है।”

ट्रेड वार का खतरा

व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने संवाददाताओं को बताया कि कनाडा से आने वाले ऊर्जा उत्पादों पर केवल 10 प्रतिशत टैरिफ लगेगा वही मेक्सिको से ऊर्जा आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा, जिससे एक नया वैश्विक व्यापार युद्ध शुरू हो जाएगा। डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका को पुनः एक महान राष्ट्र बनाने के लिए, उसके पूर्व गौरव को पुनः प्राप्त करने के लिए कृतसंकल्प हैं। अमेरिका प्रथम उनकी नीति है।

क्या हैं ट्रम्प का गणित?

अन्य देश अमेरिका का फायदा उठाते हैं। लेकिन इसकी तुलना में अमेरिका को इससे कोई लाभ नहीं होता। विश्व में अमेरिकी वस्तुओं की मांग बढ़नी चाहिए। ट्रम्प का मानना ​​है कि यदि निर्यात बढ़ेगा तो अर्थव्यवस्था और भी मजबूत हो जाएगी। इसलिए उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान ही आयात शुल्क बढ़ाने की चेतावनी दे दी थी। क्योंकि ट्रम्प का अनुमान है कि ऐसा करने से घरेलू स्तर पर उत्पादित उत्पादों की मांग बढ़ेगी।