देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व वाली 3.O सरकार के पहले बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने लगातार सातवीं बार देश की आर्थिक समृद्धि से सरोकार रखा है और एक ऐसा बजट प्रस्तुत किया है जिसमें नए अवसर, नई ऊर्जा, नई संभावनाओं का अनंत आकाश स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
देश की सर्वाधिक लोकप्रिय मोदी सरकार ने इस बजट के माध्यम से ढेर सारे नए रोजगार और स्वरोजगार के अवसर देकर युवा पीढ़ी को एक सशक्त भविष्य से रूबरू करवाया है।
आज का बजट भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनाने की प्रक्रिया में तेजी से कदम बढ़ाते हुए दिखाई दे रहा है और इस बात को भी प्रमाणित कर रहा है कि अब विकसित भारत की एक ठोस नींव रखना संभव है।
देश में गरीबी समाप्त हो, गरीब का सशक्तिकरण हो, इस दिशा में भी आज के बजट में प्रमुख घोषणाएं की गई हैं। यदि संक्षेप में इन्हें समाहित करें तो गरीबों के लिए 3 करोड़ नए घर बनाना तय हुआ है। यह बजट जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान, सैचुरेशन अप्रोच के साथ 5 करोड़ आदिवासी परिवारों को मूलभूत सुविधाओं से जोड़ेगा। समाज के वंचित वर्ग को मुख्य धारा में लाने के लिए इससे बेहतर प्रयास नहीं हो सकता।
इस बजट का एक बहुत बड़ा फोकस देश के किसान है। अन्न भंडारण के लिए दुनिया की सबसे बड़ी स्कीम के बाद अब हम वेजिटेबल प्रोडक्शन क्लस्टर किसानों की उन्नति और प्रगति की नई परिभाषा लिखेगा। इससे छोटे किसानों को सब्ज़ियों-फल, अन्य उपज के लिए नए बाजार मिलेंगे और बेहतर दाम भी मिलेंगे।
मोदी सरकार ने पिछले 10 साल में ये सुनिश्चित किया है कि गरीब और मध्यम वर्ग को लगातार टैक्स से राहत मिलती रहे। इस बजट में भी इनकम टैक्स में कटौती और स्टैंडर्ड डिटेक्शन में वृद्धि का बहुत बड़ा फैसला लिया गया है। वेतन भोगी वर्ग के लिए मोदी सरकार कि यह सबसे बड़ी राहत है। व्यापार और उद्योग को भी इस बजट में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। यह बजट विकसित भारत की संकल्पना को मूर्त रूप देने में मील का पत्थर सिद्ध होगा।