MP में विकास को मिलेगी रफ्तार, इन दो शहरों के बीच बनेगा नया फोरलेन, जल्द शुरू होगा अधिग्रहण कार्य

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By Abhishek SinghPublished On: July 6, 2025

मध्यप्रदेश में एक और फोरलेन हाईवे बनने जा रहा है, जिससे राज्य की सड़कीय कनेक्टिविटी को नई रफ्तार मिलेगी। इंदौर और उज्जैन के बीच प्रस्तावित इस ग्रीन फील्ड फोरलेन प्रोजेक्ट की तैयारियां सरकार द्वारा शुरू कर दी गई हैं और सर्वेक्षण की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। लगभग 48 किलोमीटर लंबे इस आधुनिक मार्ग के बन जाने से दोनों शहरों के बीच यात्रा न केवल आसान होगी, बल्कि समय भी बचेगा। अनुमान है कि फोरलेन के चालू होने के बाद इंदौर से उज्जैन का सफर मात्र 30 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। यह सड़क वर्ष 2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ महापर्व से पहले तैयार करने की योजना है।

नया फोरलेन लाएगा बदलाव, सरकार ने शुरू की तैयारियां

इस प्रोजेक्ट को लेकर फिलहाल सर्वेक्षण कार्य जारी है। इसमें क्षेत्र में मौजूद जल स्रोतों, पेड़ों और निर्माणों से संबंधित जानकारी एकत्रित की जा रही है। भूमि अधिग्रहण अधिनियम के अंतर्गत सरकार पहले ज़मीन की पहचान करती है, जिसके बाद धारा 19 के तहत संबंधित खसरा नंबर और दस्तावेज़ सार्वजनिक किए जाते हैं। इसके बाद ज़मीन अधिग्रहण की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाती है। इस परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) मानसून के दौरान तैयार की जाएगी। अगस्त तक जनता से सुझाव और आपत्तियाँ आमंत्रित की जाएंगी, और सरकार इसी अवधि में टेंडर प्रक्रिया भी पूरी करने की योजना पर काम कर रही है।

25 गांवों की ज़मीन पर चलेगा विकास का बुलडोज़र

करीब 48 किलोमीटर लंबी इस फोरलेन सड़क का निर्माण 1,370 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जाएगा। यह नया हाईवे इंदौर और उज्जैन जिले के कुल 25 गांवों से होकर गुज़रेगा, जिनमें इंदौर के 19 और उज्जैन के 6 गांव शामिल हैं। परियोजना के लिए लगभग 225 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। प्रस्तावित मार्ग उज्जैन के सिंहस्थ बायपास से शुरू होकर इंदौर के हातोद क्षेत्र में स्थित पितृ पर्वत के पास तक विकसित किया जाएगा।