नई दिल्ली। दुनिया की जानी मानी टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल के कर्मचारियों ने गुप्त तरीके से एक यूनियन बना लिया है जिनकी संख्या 200 से अधिक है। इस यूनियन को बनाने का मकसद है बेहतर नौकरी की सुविधाएँ, साथ ही अच्छे वर्क कल्चर का ध्यान भी रखा गया है। इस यूनियन के द्वारा चुने गए नेताओं ने न्यूयोर्क टाइम्स में यह दावा करते हुए एक लेख लिखा है कि, कर्मचारियों की हित की रक्षा करना ही अल्फाबेट वर्कर्स यूनियन का मकसद है। 225 गूगल के इंजीनियर कर्मचारियों ने भी संत फ्रांसिस में एक कर्मचारी यूनियन बनाई है, अमेरिकन टेक इंडस्ट्री में ऐसा पहेली बार हो रहा है।
हाल में US लेबर रेगुलेटर ने गूगल पर निशाना साधा हुआ था और साथ ही यह आरोप भी लगाया था कि उसने कई कर्मचारियों पर अवैध रूप से सवाल उठाये हैं, इस कारण इन लोगों को यूनियन बनाने की कोशिश करने और कंपनी के खिलाफ आवाज़ उठाने के आरोप में बर्खास्त कर दिया था, लेकिन गूगल का दावा है कि उन्होंने कोई भी काम कंपनी के कानून के खिलाफ जा कर नहीं किया।
कोई भी कंपनी नहीं चाहती कि उनके यहाँ किसी भी प्रकार की कोई भी यूनियन बने, और ऐसे किसी भी प्रयास को दावा देती है, इस कारण के चलते गूगल कर्मचारियों ने गुप्त रूप से यूनियन बनाई और पदाधिकारियों का चुनाव कर दिसंबर में इसका नाम मालिकाना अल्फाबेट के नाम पर अल्फाबेट वर्कर्स यूनियन रख दिया।