इंदौर : 80 हजार एलईडी लाईट से रोशन होगा शहर, आयुक्त ने लाईट लगाने के कार्यो का किया अवलोकन

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इंदौर(Indore) : आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा शहर में लगाई जा रही एलईडी लाईट के कार्यो के संबंध में एमजी रोड क्षेत्र का अवलोकन किया। इस अवसर पर अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर, सिटी इंजीनियर राकेश अखण्ड, एवं उपयंत्री रोहण खेडेकर, लोकेश मेहता, प्रवीणसिंह व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि शहर में 80 हजार से अधिक एलईडी लाईट को शहर के विभिन्न स्थानो पर नवीन एलईडी लाईट में बदलने व लगाने का कार्य किया जा रहा है।

आयुक्त ने बताया कि नवीन एलईडी लाईट जो कि उर्जा दक्षता में बेहतर है तथा निगम के विद्युत संधारण व्यय में भी पहले से बेहतर परिणाम देगी। निगम द्वारा शहर के विभिन्न स्थानो में आगामी माह में नवीन एलईडी लाईट बदलने व लगाने का कार्य किया जाएगा।उक्त प्रोजेक्ट / कार्य पर लगभग 30 करोड़ रूपये का व्यय होना संभावित है एवं 5 वर्ष तक संचालन व संधारण पर रूपये 25 करोड़ का व्यय होना है इस प्रकार प्रोजेक्ट पर कुल 55 करोड़ रूपये का व्यय होगा।

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वर्तमान में EESL कंपनी से निगम द्वारा किये गये अनुबंध के क्रम में कंपनी द्वारा प्रारंभिक तौर पर 28 वार्डों में पूर्व में लगी लाइटों को एलईडी लाइट में परिवर्तित किया जा रहा है यह कार्य समस्त वार्डों में किया जाएगा विगत दिनों में 07 वार्डो में कार्य प्रारंभ किया गया है जिसमें लगभग 700 एल.ई.डी. फिटिंग लगाई जा चुकी है। आयुक्त पाल ने बताया कि इन्दौर नगरीय निकाय क्षेत्र में स्ट्रीट लाईट प्रकाश व्यवस्था के तहत वर्तमान में कुल 1,33,521 स्ट्रीट लाईट फिटिंग लगी हुई है, जिनमें से 59206 एल.ई.डी. फिटिग्स एवं 74415 नग कन्वेशनल फिटिंग (4×24 / 2×24 / 28/40 वॉट, सोडियम / मेटल हेलाईड) स्थापित है।

गार्डन, रिंगपोल उक्त फिटिंग शहर के समस्त वार्डो / प्रमुख मार्गों पर स्ट्रीट लाईट, हाईमास्ट तथा सेन्ट्रल लाईट प्रकाश व्यवस्था के अंतर्गत लगी हुई है।शहर में लगी हुई 74415 नग कन्वेशनल फिटिंग (4×24 /2×24 / 28/40 वॉट, सोडियम / मेटल हेलाईड) 12 से 15 वर्ष पुरानी हो चुकी है, इन लाईटों / फिटिंग्स से पर्याप्त प्रकाश / युनिफार्म लक्स लेवल भी नहीं मिलता है एवं विभिन्न कारणों से यह लाईटें / फिटिंग बार-बार खराब होती रहती है, इस कारण इन लाईटों / फिटिंगस के संधारण कार्य पर भी अत्यधिक व्यय होता है।

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इन लाईटों / फिटिंग के संधारण कार्य पर वर्तमान में प्रतिवर्ष लगभग रूपये 10.00 करोड़ का व्यय आता है।विदित हो कि भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम की संयुक्त उद्यम कंपनी एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) द्वारा निगम विद्युत विभाग द्वारा कंपनी से कार्य हेतु अनुबंध किया गया है। अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर व सिटी इंजीनियर राकेश अखण्ड ने बताया कि कपनी द्वारा दिये गये प्रस्ताव की मुख्य विशेषताए / बिंदु निम्नानुसार है :

1. 74,415 कन्वेशनल स्ट्रीट लाइटो को ऊर्जा दक्ष एल.ई.डी. फिटिंग मे परिवर्तित करना साथ हीं शहर मे लगभग 5000 नवीन स्थापित / रिक्त विद्युत पोलो पर ऊर्जा दक्ष एल.ई.डी. फिटिंग भी स्थापित की जाना प्रस्तावित

2. नवीन एनर्जी एफिशिएंसी एल.ई.डी. लाईट फिटिंग स्थापित करने हेतु कार्य पूर्ण करने का समय 09 माह रहेगा एवं कार्य की 05 वर्ष के संचालन एवं संधारण की वारंटी अवधि होगी।

3. कन्वेशनल लाईट की तुलना में एल.ई.डी. लाईटें उच्च तकनीकी होने से इसमें बन्द होने की संभावना कम होगी।

4. युनिफार्म लक्स लेवल / प्रकाश उत्तम प्राप्त होता है।

5. सोडियम / मैटल हेलाईड फिटिंग्स की तुलना मे ऊर्जा बचत अनुमानतः 50 प्रतिशत से अधिक होगी।

6. प्रत्येक CCMS पेनल को ऑनलाइन (Scada) दिखना व संधारण करना प्रस्तावित, जिससे सम्पूर्ण लाईटें एक समय पर बन्द व चालू होगी।

7. सॉफ्टवेयर व उच्च तकनीकी का प्रयोग कर कार्य निष्पादन करना ।