Jaya Bachchan ने श्वेता बच्चन को लाइव पॉडकास्ट में लगाई फटकार!, वीडियो वायरल

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By Alok KumarPublished On: July 15, 2025
Jaya Bachchan ने श्वेता बच्चन को लाइव पॉडकास्ट में लगाई फटकार!, वीडियो वायरल

Jaya Bachchan-Shweta Viral Video: बच्चन परिवार एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार वजह है एक मजेदार नोंक-झोंक जो कैमरे में कैद हो गई। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में वेटरन एक्ट्रेस जया बच्चन अपनी बेटी श्वेता बच्चन को डांट लगाते हुए नजर आ रही हैं। यह वीडियो नव्या नवेली नंदा के पॉडकास्ट ‘What The Hell Navya’ के हालिया एपिसोड से सामने आया है।

पॉडकास्ट में हुई तीन पीढ़ियों की बातचीत

नव्या नवेली नंदा द्वारा होस्ट किए जा रहे इस पॉडकास्ट में तीन पीढ़ियों की महिलाएं एक साथ नजर आती हैं—नव्या, उनकी मां श्वेता बच्चन और नानी जया बच्चन। इसी पॉडकास्ट के एक एपिसोड में जब इंटरनेट और मानवीय स्वभाव पर चर्चा हो रही थी, तब जया बच्चन ने अपनी बेटी को बीच में टोक दिया।

जया बच्चन ने कहा- ‘सिर्फ तुम ही लगातार बोलती हो’

हुआ यूं कि जब नव्या ने एक सवाल किया कि “क्या इंटरनेट ने हमें और दयालु या आशावादी बनाया है?” तो उससे पहले कि जया जवाब देतीं, श्वेता बीच में बोल पड़ीं। उन्होंने कहा, “जिन लोगों में दयालुता होती है, वे वैसे ही होते हैं, और बुरे लोग बुरे ही रहते हैं।” इस पर जया बच्चन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“श्वेता, मैं तुमसे कुछ कहना चाहती हूं… सिर्फ तुम्हीं हो जो लगातार राय दे रही हो और बात कर रही हो।”

इस पर श्वेता ने सफाई दी कि, “यही तो पॉडकास्ट का मतलब है, अपनी राय देना।” लेकिन जया ने झट से जवाब दिया,
“हां, लेकिन पॉडकास्ट का मतलब यह नहीं कि सिर्फ मैं, मैं और मैं। कभी-कभी सुनना भी जरूरी होता है।”

फैंस ने कहा- ‘बच्चन फैमिली की ये रियल बातचीत रिलेटेबल है’

इस वीडियो पर नेटिज़न्स की मजेदार प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिल रही हैं। कोई इसे ‘मां-बेटी की क्लासिक तकरार’ बता रहा है तो कोई बच्चन परिवार की ‘रियल और अनफिल्टर्ड डायनामिक्स’ को सराह रहा है। नव्या के पॉडकास्ट को पहले भी अच्छी प्रतिक्रियाएं मिलती रही हैं क्योंकि इसमें महिलाएं अपनी राय खुलकर रखती हैं।

जया बच्चन का यह वीडियो यह दिखाता है कि कैसे बड़े से बड़े स्टार्स की फैमिली में भी आम घरों जैसी नोंक-झोंक होती है। पॉडकास्ट के इस खास एपिसोड ने लोगों को न सिर्फ हंसाया, बल्कि परिवारों के भीतर संवाद की अहमियत को भी उजागर किया।