स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 : देश में बेमिसाल Indore का ये मॉडल, ऐसे 6 तरह का कचरा करता है अलग

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स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 (Swachh Survekshan 2021): इंदौर (Indore) ने एक बार फिर सच्छ्टे में जीत हासिल की है। इंदौर के जीतते ही जश्न का माहौल शुरू हो गया है। खास बात ये है कि इंदौर के थ्री आर माडल के चलते इंदौर नगर निगम ने रीयूज, रीयूज और रिसाइकल का उपयोग कर शहर में पांच जीरो वेस्ट वार्ड बनाए हैं।

बताया जा रहा है वार्ड 47, 73,66, 32, 4 में गीले कचरे का होम कम्पोस्टिंग के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। दरअसल, वार्ड में सूखा कचरा इखट्टा कर के उसको रिसायकल किया जाता है और फिर कबाड़ियों को बेचा जाता है। इस दौरान 5 वार्डों में करीब 22 हजार रहवासी और व्यवसायिक घर व प्रतिष्ठान बने हुए हैं।

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ऐसे में हर रोज करीब 10 टन कचरा ट्रेचिंग ग्राउंड भेजा जाता है। वहीं उसे वार्ड में ही खत्म कर दिया जाता है। खास बात ये है कि शहर में निगम ने दो 4 आर गार्डन बनाए हैं। जिसमें अनपुयोगी लकड़ी, टीन व टायर सहित अन्य चीजों का उपयोग कर कलाकृतियां बनाई गई है।

छह तरह का कचरा शहर में अलग किया जा रहा –

जानकारी के मुताबिक, इंदौर में पहले गीले और सूखे कचरे को ही अलग किया जाता था। लेकिन उसके बाद अब निगम द्वारा डोर टू डोर वाहनों के माध्यम से ही छह तरह का कचरा अलग किया जा रहा है। दरअसल, एक ही वाहन में 6 तरह के डिब्बे बनाए गए है। जिसे कचरा अलग करने में काफी सहायता मिलती है। गाड़ी पर प्लास्टिक, ई-वेस्ट, घरेलू खतरनाक वेस्ट जैसे बल्ब, ट्यूबलाइट व दवाओं के रैपर को अलग किया जाता है। साथ ही डायपर, सेनिटरी नेपकिन को भी अलग बक्से में एकत्र किया जाता है।