विधायक संजय शुक्ला के सख्त तेवर: तिल चतुर्थी मेलें को स्थगित करने पर, प्रशासन को क्या क्या सुना दिया ?

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इंदौर। कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने खजराना मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में इस वर्ष तिल चतुर्थी मेले के आयोजन को स्थगित करने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
उन्होंने कहा कि इस समय जब शहर में मालवा उत्सव के आयोजन में नगर निगम और जिला प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है । तब इस मेले को निरस्त स्थगित करना गलत है। खजराना गणेश मंदिर के अनुयायियों की संख्या लाखों में है । हर वर्ष आयोजित होने वाले तिल चतुर्थी मेले में लाखों नागरिक खजराना गणेश के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। सिद्धिविनायक के स्वरूप में गणेश जी के द्वारा अपने भक्तों को खूब आशीष दिया जाता है। यही कारण है कि देश की बड़ी-बड़ी हस्तियां खजराना गणेश के दर्शन करने के लिए यहां आती हैं।
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उन्होनें कहा कि इस समय कोरोना के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सरकार के द्वारा रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू किया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं आज कहा है कि इस कर्फ्यू के अलावा और कोई प्रतिबंध नहीं लगाए जा रहे हैं । उन्होंने सभी जिले के अधिकारियों से भी कहा है कि अपने जिले में शेष गतिविधियों को सामान्य रूप से रहने दें । नागरिकों को मास्क लगाने के लिए जागृत करें । प्रदेश के मुख्यमंत्री की इस मंशा का उल्लंघन करते हुए इंदौर नगर निगम के आयुक्त प्रतिभा पाल के द्वारा खजराना मंदिर प्रबंध समिति की प्रमुख होने के नाते मंदिर के तिल चतुर्थी मेले को स्थगित करने का फैसला लिया गया है। यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण होने के साथ-साथ निंदनीय है।

नगर निगम और जिला प्रशासन इस समय शहर में चल रहे मालवा उत्सव के आयोजन को मुकदर्शक बनकर देख रहा है। इसके साथ ही तिल चतुर्थी के उत्सव को रोक रहा है । इंदौर नगर निगम के द्वारा अभी कल ही रणजीत हनुमान मंदिर का चालन बनाया गया और आज खजराना गणेश मंदिर के सबसे बड़ा आयोजन को रोकने का फैसला लिया गया । नगर निगम आयुक्त के द्वारा उठाए गए दोनों कदम धर्मालु जनों के विरोध में हैं । शहर के दोनों प्रमुख धर्म स्थलों के विरोध में हैं । इंदौर की धर्म प्रेमी जनता के विरोध में है।