श्रावण मास यानी सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे पावन समय माना जाता है. इस माह में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए जो पूजा सबसे अधिक फलदायक मानी गई है, वह है रुद्राभिषेक. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रुद्राभिषेक किसी भी दिन नहीं, बल्कि सटीक तिथि और शुभ मुहूर्त में किया जाए तो इसका फल कई गुना अधिक हो जाता है?
यदि आप सावन 2025 में शिव की कृपा, स्वास्थ्य, संतान सुख, करियर में सफलता या जीवन के संकटों से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है.
क्या है रुद्राभिषेक और क्यों है ये खास?
रुद्राभिषेक भगवान शिव के रुद्र रूप की पूजा का एक शक्तिशाली और वैदिक तरीका है जिसमें शिवलिंग पर विशेष सामग्रियों से अभिषेक किया जाता है और वैदिक मंत्रों का जाप होता है, इससे जीवन में शांति, स्वास्थ्य, समृद्धि और संकटों से मुक्ति मिलती है.

सावन 2025 में रुद्राभिषेक के लिए शुभ तिथियां और दिन
सावन 2025 की शुरुआत 10 जुलाई 2025 (गुरुवार) से होगी और समाप्ति 7 अगस्त 2025 (गुरुवार) को होगी. इस दौरान आने वाले सोमवार और शिवरात्रि को रुद्राभिषेक के लिए बेहद शुभ माना गया है.
रुद्राभिषेक के लिए सबसे उत्तम दिन
.14 जुलाई 2025 सोमवार पहला श्रावण सोमवार, विशेष पुण्यदायक
.21 जुलाई 2025 सोमवार द्वितीय श्रावण सोमवार
.28 जुलाई 2025 सोमवार तृतीय श्रावण सोमवार
.4 अगस्त 2025 सोमवार अंतिम श्रावण सोमवार, महामांगलिक दिन
.18 जुलाई 2025 शुक्रवार सावन शिवरात्रि – रुद्राभिषेक के लिए सबसे श्रेष्ठ तिथि
रुद्राभिषेक की विधि
प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें, शिवलिंग पर जल, दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से अभिषेक करें, चंदन, बेलपत्र, धतूरा, पुष्प, अक्षत और भस्म अर्पित करें, इसके बाद “ॐ नमः शिवाय” या “महा मृत्युंजय मंत्र” का 108 बार जाप करें, शिव चालीसा और आरती से पूजन पूर्ण करें. यदि संभव हो तो ब्राह्मण द्वारा रुद्राभिषेक करवाना अधिक फलदायक होता है.