Budh Ast 2025 : ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को विशेष दर्जा प्राप्त है, इन्हें ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है। बुध ग्रह बुद्धिमत्ता, संवाद कौशल, व्यापारिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करता है। वर्तमान समय में बुध ग्रह कर्क राशि में संचार कर रहे हैं और 18 जुलाई 2025 को रात 8 बजकर 14 मिनट पर यह अस्त हो जाएंगे। यह स्थिति 11 अगस्त 2025 तक बनी रहेगी।
जब भी बुध सूर्य के अत्यधिक समीप आ जाते हैं, तो उनकी शक्ति क्षीण हो जाती है। इसे ही बुध का अस्त होना कहा जाता है, जिससे व्यक्ति की सोचने-समझने की शक्ति और संचार कौशल पर असर पड़ता है।

कर्क राशि में बुध का अस्त
कर्क राशि जल तत्व से जुड़ी होती है, जिसके स्वामी चंद्रमा हैं। चंद्रमा मन, भावनाओं और अंतर्ज्ञान का कारक होता है। जब बुध इस राशि में अस्त हो जाते हैं, तब तर्क की बजाय भावनाएं अधिक प्रभावी हो जाती हैं। ऐसे समय में लोग निर्णय लेने में ज्यादा भावुक हो सकते हैं। हालांकि यह स्थिति कुछ राशियों के लिए शुभ संकेत लेकर आती है।
आइए जानते हैं किन राशियों को बुध के इस अस्त काल का विशेष लाभ मिलेगा..
मिथुन राशि
मिथुन राशि के स्वामी स्वयं बुध हैं, इसलिए इन पर इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा। बुध का अस्त होना मिथुन राशि के दूसरे भाव को प्रभावित करेगा, जो परिवार और धन से जुड़ा होता है। इस दौरान मिथुन जातक भावनात्मक निर्णय ले सकते हैं, जिससे उनके पारिवारिक संबंधों में मधुरता आएगी। व्यापार में भी विशेषकर क्रिएटिव फील्ड से जुड़े लोगों को नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। आर्थिक रूप से यह समय लाभदायक सिद्ध होगा।
कन्या राशि
कन्या राशि के स्वामी भी बुध ही हैं। बुध के अस्त होने से इसका प्रभाव कन्या राशि के ग्यारहवें भाव पर पड़ेगा, जो लाभ और सामाजिक नेटवर्क से जुड़ा होता है। इस अवधि में कन्या राशि के जातकों को अपने मित्रों और सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन या नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। साथ ही, आय के नए स्रोत खुल सकते हैं। सामाजिक प्रतिष्ठा भी इस दौरान बढ़ेगी।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि पर बुध का अस्त होना नवम भाव को प्रभावित करेगा, जो धर्म, उच्च शिक्षा और यात्रा का प्रतीक है। इस दौरान वृश्चिक जातक अपने इंट्यूशन यानी अंतर्ज्ञान की शक्ति से सही निर्णय ले पाएंगे। अगर आप उच्च शिक्षा या किसी शैक्षणिक यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपके लिए अनुकूल साबित होगा। धार्मिक और आध्यात्मिक रुचि भी बढ़ेगी।
मकर राशि
बुध के अस्त का असर मकर राशि के सप्तम भाव पर पड़ेगा, जो विवाह और साझेदारी का भाव होता है। इस समय मकर जातकों के वैवाहिक और व्यापारिक संबंधों में स्थिरता आएगी। पार्टनर के साथ भावनात्मक समझ बेहतर होगी और किसी प्रकार का विवाद होने की स्थिति में भी समाधान निकलेगा। अगर आप किसी बिजनेस पार्टनरशिप में हैं, तो इस दौरान सामंजस्य बना रहेगा और सफलता मिल सकती है।
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