आटे के लिए तरस रहा पाकिस्तान, आसमान छू रहें दाम, भुखमरी से हुआ बुरा हाल

Simran Vaidya
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पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार जिस रफ़्तार से समाप्त होता जा रहा है. देश आवशयक सामग्री के आयात के लिए भी साधनहीन होता जा रहा है. Petrol-Diesel से लेकर अन्य दूसरे आवशयक सामान के लिए भी लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं.

पाकिस्तान में Economy स्थिति हर गुजरे दिन के साथ खराब होते जा रही हैं. सबसे बड़े वित्तीय संकट का सामना कर रहे देश में महंगाई ने लोगों का जीना दुष्वार कर रखा है. प्याज से लेकर आटे तक के दाम आसमान छू रहें हैं. दूध-चावल तक लोगों को नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में सामने आए आंकड़ों को देखकर तो ये ही कहा जा सकता है कि अब आखिर खाएगा क्या पाकिस्तान।

आटे के लिए देश में मचा हड़कंप

सर्व प्रथम बात करते हैं Pakistan में आटे के अकाल के बारे में…तो यहां हम आपको बता दें देश के समस्त प्रांतों के बड़े शहरों में आटे के लिए हड़कंप मचा हुआ है. सोशल मीडिया पर वारयल हो रहे वीडियो और तस्वीरें देखकर लग रहा है कि लोग रोटी के लिए जान की बाजी तक लगाने को मजबूर हो गए हैं. यहां आटे की बोरी के लिए लोग आपस में लड़ाई झगड़ा तक कर रहे हैं, तो पैसे हाथ में लेकर लोग आटा लदे ट्रकों के पीछे दौड़ते नजर आ रहे हैं. मूल्य की बात करें तो देश में आटे की कीमत 150 रूपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है.

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महंगाई 25 फीसदी के नजदीक पहुंची

पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टेटिस्टिक्स (PBS) के नए आंकड़ों पर गौर करें तो देश में महंगाई की तस्वीर साफ हो जाती है. यहां आपको बता दें कि पाकिस्तान में दिसंबर 2021 में 12.30 फीसदी के मुकाबले बीते दिसंबर 2022 में महंगाई दर लगभग दोगुनी बढ़कर 24.5 फीसदी हो गई है. आंकड़ों में ये बढ़ोतरी साफतौर पर खाद्य सामानों के मूल्यों में आए उछाल के चलते देखने को मिला है. वर्षभर में ही पाकिस्तान में खाद्य महंगाई दर 11.7 फीसदी से बढ़कर 32.7 फीसदी तक पहुंच गई है.

वर्षभर में यहां पहुंच गई कीमतें

अब PBS के आंकड़ों को देखते हैं. इसके अनुसार, 6 जनवरी 2022 से 6 जनवरी 2023 तक का डाटा दिया गया है. इस अवधि में प्याज के दाम 36.7 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 220.4 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है. बॉयलर चिकन की एवरेज कीमत 210.1 रुपये प्रति किलो से 383.5 रुपये प्रति किलो पर आ गई है. इसके अतिरिक्त नमक का मूल्य 32.9 रुपये प्रति किलो से 49.1 रुपये प्रति किलो हो गया है.

रोटी के लाले, ब्रेड भी पहुंच से बाहर

इस सूची में अन्य चीजों के मूल्यों में भी जोरदार इजाफा हुआ है. जिसमें बासमती चावल की कीमत वर्षभर में 100.3 रुपये से बढ़कर 146.6 रुपये प्रति किलो, सरसों के तेल का दाम 374.6 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 532.5 रुपये और दूध की कीमत 114.8 रुपये प्रति लीटर की जगह 149.7 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है. महंगाई का आलम ये हैं कि गेहूं की रोटी के प्लेट से गायब होने पर लोग ब्रेड का सहारा लेने लायक भी नहीं हैं. देश में ब्रेड की कीमत 65.1 रुपये से बढ़कर 89 रुपये हो गई है.

देश के हालात बयां कर रहे आंकड़े

पाकिस्तान स्टेटिस्टिक्स ब्यूरो द्वारा शेयर किए गए महंगाई के ये आंकड़े इस बात का बयान दे रहे हैं कि देश के लोग खाने-पीने के लिए किस तरह तरसें जा रहे हैं. ठीक इन आंकड़ों के अनुसार ही पाकिस्तान के ऐसे मौजूदा हालात बने हुए हैं. सूत्रों की मानें तो आटे की लड़ाई के बीच कई लोगों की जान भी चली गई है. बिरयानी की थाली के लिए आपस में दंगे भी हो रहे हैं.