उज्जैन। अब महाकाल मंदिर (Mahakal mandir) में एक ओर नई व्यवस्था शुरू की गई है और यह है अनाथ बच्चों को गोद लेने की। मंदिर परिसर में एक काउंटर लगाया गया है जहां से अनाथ बच्चों की जानकारी प्राप्त कर गोद लेने की प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है।
अधिकारियों ने दी प्रेरणा
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि हाल ही में महिला बाल विकास विभाग के सचिव और कुछ अन्य अधिकारी महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन आए थे। इन अधिकारियों ने ही मंदिर प्रशासन को ऐसा काउंटर शुुरू करने की प्रेरणा दी थी। इसके बाद तुरंत ही निर्णय लेते हुए काउंटर खोल दिया गया। इस काउंटर का शुभारंभ भी विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया।
हजारों लोग हर दिन आते है मंदिर
बता दें कि महाकाल मंदिर में हर दिन ही हजारों लोग बाबा महाकाल के दर्शन हेतु आते है और इनमें से बाहरी शहरों के भी श्रद्धालु शामिल रहते है। इसके अलावा बड़े दानदाताओं व सामाजिक संस्थाओं का संचालन करने वाले लोग भी मंदिर नित्य आते ही है।
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मंदिर प्रशासन की यह मंशा है कि काउंटर से न केवल सामाजिक संस्थाएं बच्चों को गोद ले सकेगी वहीं ऐसे माता पिता भी गोद लेने का मन बना सकते है जो संतानहीन होकर अनाथ बच्चों को गोद लेने और उनका लालन-पालन करने की चाह रखते है। इसके अलावा अनाथ बच्चों का पोषण करने के लिए दानदाता भी मदद के लिए आगे आ सकते है।
महाकाल का मिलेगा आशीर्वाद
मंदिर के अधिकारियों का कहना है कि मंदिर में हजारों लोग दर्शन के लिए हर दिन आते ही है वहीं दानदाताओं की भी कमी यहां नहीं है। यदि दानदाता सोना चांदी या अन्य वस्तुओं का दान करने के साथ अनाथ बच्चों को गोद लेने या फिर लालन पालन के लिए दान राशि देते है तो निश्चित ही ऐसे दानदाताओं को महाकाल का आशीर्वाद अवश्य ही मिलेगा।