इन्दौर। ग्राम हरसोला स्थित स्वयंभू माँ भवानी माता मंदिर परिसर में कन्याओं का पाद-पूजन किया जाएगा। तत्पश्चात् भोजन प्रसादी वितरित की जाएगी। हरसोला स्थित स्वयंभू माँ भवानी माता मंदिर परिसर में शुक्लपक्ष नवमी, 8 जून 2022, बुधवार को प्रात: 10 बजे माँ भवानी की पूजा-आराधना के साथ कन्याओं का पाद-पूजन कर भोजन प्रसादी का वितरण किया गया। पधारे अतिथियों द्वारा पौधारोपण किया। मंदिर के पुजारी ज्योतिषाचार्य एवं भगवताचार्य पं. बालकृष्ण शर्मा प्रेसवार्ता में अपने आशीर्वचन रखेंगे।
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जानकारी देते हुए समाजसेवी मदन परमालिया ने बताया कि स्वयं भू माँ भवानी मंदिर का इतिहास लगभग 400 वर्ष पूर्व का है। यहां पर राजा-महाराजा और उनके परिवार की ओर से भी माताजी का पूजन-पाठ किया जाता था। पं. बालकृष्ण शर्मा और उनकी तीसरी पीढ़ी माँ भवानी की सेवा में लगे हैं। माँ भवानी के प्रतिदिन तीन रूपों के दर्शन होते हैं। प्रात:काल में माता बाल रूप में मध्यकाल में किशोरी और सांयकाल वृद्धमाता के रूप में दर्शन देती है। माँ भवानी सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण करती है। हजारों भक्त दूर-दूर से माँ के दर्शन लाभ लेने आते हैं और मंदिर के जिर्णोद्धार में सहयोग कर रहे हैं।
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पं. भरत शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष मंदिर में जगह-जगह बारिश का पानी भर जाने और माँ का दरबार जीर्णशीर्ण होने के कारण भक्तों ने सर्वानुमति से निर्णय लेकर मंदिर का जिर्णोद्धार लगभग 6000 वर्ग फीट में किया जा रहा है। कई भक्तगणों द्वारा आर्थिक मदद दी जा रही है, किन्तु महंगाई का असर मंदिर जिर्णोद्धार में भी पड़ रहा है। मंदिर में अभी पेंट, बिजली फिटिंग का कार्य, मार्बल लगाने का कार्य, प्लास्टर का कार्य, बाउण्ड्रीवाल, पार्किंग, आदि कार्य शेष बचे हैं। मंदिर समिति ने माँ भवानी मंदिर से जुड़े भक्तों से सहयोग की अपील की है।