राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के भीमनगर में एक बीजेपी कार्यकर्ता इलाज के दौरान अपने अंतिम सांसें छोड़ गए। करीब 13 दिन पहले पतंग उड़ाने को लेकर हुए एक मामूली विवाद में पड़ोसी ने उन पर जानलेवा हमला किया था, जिसके बाद उन्हें एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार रात उनकी मौत हो गई। मृतक के परिवार ने पुलिस पर कार्रवाई में सुस्ती और लापरवाही का आरोप लगाया है।
ये है पूरा मामला
मृतक की पहचान 52 वर्षीय दिलीप तायडे के रूप में हुई है, जो समाज सेवा से जुड़े व्यक्ति थे। उनके भांजे प्रकाश ने बताया कि घटना 4 अक्टूबर को हुई थी। उस दिन दिलीप का बेटा पतंग उड़ा रहा था और दिलीप ने उसे समझाया कि पतंग की डोर से किसी को चोट लग सकती है, इसलिए सतर्क रहने की सलाह दी।
मामूली बहस बनी हिंसक संघर्ष
पास ही बैठे पड़ोसी रोशन को यह बात नागवार लगी और उसने दिलीप से तकरार शुरू कर दी। बहस बढ़ते-बढ़ते इतनी गर्म हो गई कि रोशन अपने घर से हॉकी और डंडा लेकर आया और दिलीप पर बेरहमी से हमला कर दिया। इस हमले में दिलीप के सिर और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आईं।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
मृतक के परिवार ने आरोप लगाया है कि घटना के बाद से आरोपी रोशन खराटे फरार है और पुलिस अब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई। परिवार का कहना है कि वे कई बार थाने पहुंचे, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। फिलहाल, पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा लिया है और आगे की कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
13 दिन बाद तोड़ा दम
दिलीप को गंभीर हालत में तुरंत एमवाय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज किया जा रहा था, लेकिन उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ और 13 दिन संघर्ष करने के बाद गुरुवार की रात उन्होंने दम तोड़ दिया।