भोपाल। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस में अपनी जान जोखिम में डाल कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रहे डॉक्टर शुभम उपाध्याय कोरोना पीड़ित मरीज़ों का इलाज करते-करते 28 अक्टूबर को ख़ुद संक्रमित हो गए थे। जिसके बाद बीएमसी में इलाज के दौरान उनकी हालत में सुधार नहीं होने पर उन्हें 10 नवंबर को भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। महंगा इलाज कराते-कराते उनके परिवार की जमा पूंजी भी खर्च हो गई, उनके परिजनों ने बेहतर इलाज के लिए शासन से गुहार भी लगाई थी लेकिन सरकार से मदद , सहायता व बेहतर इलाज मिलने में काफ़ी देर हो गई। बेहतर इलाज व तत्काल आर्थिक सहायता नहीं मिलने के कारण से एक कोरोना योद्धा की आज मौत हो गई। अगर सरकार ने उनके बेहतर इलाज के लिये पहले ही चिंता जाहिर की होती तो शायद वे आज जीवित होते।
नरेन्द्र सलूजा