विधायक शुक्ला ने देर रात मारा अस्पताल में छापा, खुल गई डॉक्टरों की पोल

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इंदौर: कांग्रेस के विधायक संजय शुक्ला जब जांच करने के लिए एक निजी अस्पताल में पहुंच गए तो उसका परिणाम यह हुआ कि उस अस्पताल में भर्ती कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों को इलाज के लिए इंजेक्शन मिल सके। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और जिला प्रशासन की चूक उजागर हो कर सामने आ गई है।

कल शाम को विधायक संजय शुक्ला के पास कई नागरिकों की ओर से यह शिकायत आई कि धार रोड पर स्थित वर्मा हॉस्पिटल में कोरोना से संक्रमित जो मरीज उपचार के लिए भर्ती हैं उन मरीजों को रेमडेसीविर के इंजेक्शन नहीं लगाए जा रहे हैं । मरीजों के परिजनों से कहा जा रहा है कि वे खुद जाएं और बाजार से इंजेक्शन खरीद कर ला कर दें । ताकि संबंधित मरीज को वह इंजेक्शन लगाया जा सके । इस शिकायत को विधायक शुक्ला ने गंभीरता से लिया और रात में 10:00 बजे जाकर विधायक ने अस्पताल पर छापा मार दिया ।

अपने समर्थकों के साथ अस्पताल पर पहुंचे विधायक के द्वारा वहां उपचार के लिए भर्ती मरीजों और उनके परिजनों से चर्चा की गई । इस चर्चा में यह स्पष्ट हो गया कि अस्पताल में मरीजों को इंजेक्शन नहीं मिल रहा है। इसके बाद विधायक के द्वारा तत्काल अस्पताल के मेडिकल इंचार्ज को सामने बुलाकर बात की गई तो इंचार्ज के द्वारा कहा गया कि आज हमें शासन प्रशासन की ओर से कोई इंजेक्शन प्राप्त नहीं हुए हैं। इस कारण से मरीजों को भी इंजेक्शन नहीं लगाए जा सके हैं । इस स्थिति के सामने आने पर विधायक के द्वारा तत्काल कलेक्टर मनीष सिंह को फोन लगाकर हालात बताए गए । इस पर कलेक्टर ने यह जवाब दिया कि अस्पताल को हर हालत में आज इंजेक्शन भेजे गए हैं।

इतनी जानकारी सामने आने के बाद विधायक शुक्ला ने अपना कड़ा रुख दिखाया । उनके द्वारा तत्काल इस अस्पताल के संचालक डॉ वर्मा को फोन लगाकर उनसे बात की गई । पहले तो वर्मा ने भी कहा कि आज कोई इंजेक्शन नहीं आए हैं लेकिन जैसे ही उन्हें यह बताया गया कि अभी ही विधायक शुक्ला की कलेक्टर से बात हुई है और उन्होंने कहा है कि आज आपके अस्पताल को इंजेक्शन भेजे गए हैं। यह सुनते ही तत्काल डॉक्टर वर्मा ने कहा कि मैं 10 मिनट में अस्पताल आ रहा हूं । इसके बाद अस्पताल में आए डॉक्टर वर्मा के द्वारा विधायक शुक्ला से मरीजों और उनके परिजनों की उपस्थिति में यह स्वीकार किया गया कि हमारे पास आज 25 इंजेक्शन आए हैं । हमें जरूरत 50 इंजेक्शन की है।

ऐसे में हम किसको इंजेक्शन लगाए किसको नहीं लगाए। इस असमंजस के चलते हुए हमने कह दिया कि कोई इंजेक्शन नहीं आए हैं। यह सुनते ही विधायक शुक्ला भड़क गए। उनके द्वारा डॉक्टर वर्मा को खरी-खोटी सुनाते हुए कहा गया कि मरीज गंभीर हैं , तड़प रहे हैं और आप इंजेक्शन दबा कर बैठे हुए हैं। इसके बाद शुक्ला ने इंजेक्शन वितरण के कार्य के लिए प्रभारी बनाए गए बिजली कंपनी के सीईओ संतोष टैगोर को फोन लगाया और उन्हें बताया कि अस्पताल को उसके आवश्यकता से आधे ही इंजेक्शन भेजे गए हैं । इस पर टैगोर ने तत्काल कहा कि रात के 12:00 बजने के पहले अस्पताल को उसके आवश्यकता के अनुरूप शेष इंजेक्शन और भेज दिए जाएंगे। इस तरह विधायक द्वारा छापामार कार्यवाही किए जाने के परिणाम स्वरुप रात में ही इस अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती मरीजों को इंजेक्शन लग गया और उनका उपचार शुरू हो गया।

आज करेंगे सभी अस्पतालों का दौरा

इस स्थिति के स्पष्ट होने के बाद विधायक शुक्ला के द्वारा रात में ही यह फैसला लिया गया कि आज बुधवार के दिन उनके द्वारा इंदौर के सभी निजी अस्पतालों का दौरा किया जाएगा । वहां पर जाकर मरीजों तथा उनके परिजनों से मुलाकात कर हालात के बारे में जानकारी ली जाएगी।