मंच में पहुंचने से पहले ही गिरे नेता, भीड़ ने तोड़े बैरिगेट्स

Author Picture
By Akanksha JainPublished On: December 23, 2021

अलीगढ़। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और राष्‍ट्रीय लोकदल (Rashtriya Lok Dal) द्वारा आयोजित संयुक्‍त रैली में भीड़ ने बैरिकेडिंग तोड़ दिए। जिसके चलते मंच पर पहुंचने से पहले ही कई नेता और कार्यकर्ता (worker) धड़ाम से नीचे गिर गए। लोगों ने दौड़कर नीचे गिरे नेताओं-कार्यकर्ताओं को उठाया बाद जिसके बाद ही रैली शुरू हो सकी। बाद में रालोद अध्‍यक्ष जयंत चौधरी ने रैली में जुटी भीड़ पर खुशी जताते हुए कहा कि, ‘जितने लोग यहां है, उससे 10 गुना ज्यादा सड़क पर हैं, ये शुभ संकेत है।’

ALSO READ: ’83’ के ग्रैंड प्रीमियर पर फोटोग्राफर्स पर भड़की आलिया, सवालों से हुई इरिटेट

अलीगढ़ के इलगास कस्‍बे के मंडी रोड पर आयोजित रैली में उन्‍होंने कहा कि योगी राज मे उत्‍तर प्रदेश की हालत खराब हो गई है। सीएम योगी और पीएम मोदी मीडिया में कह रहे हैं कि किसान (Farmer) खुशहाल हैं। उनकी आय दोगुनी हो गई है। पीएम मोदी ने 2022 के लिए कहा था कि 7 साल में हम किसानों की आय दुगनी कर देंगे लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ। उन्‍होंने लोगों के बीच सवाल उठाते हुए कहा कि, ‘आप ही बताइए, क्या आप की आय दोगुनी हुई है? उन्‍होंने कहा कि किसानों का दिन है। इलगास चौधरी चरण सिंह की कर्मस्‍थली है जिसे मिनी छपरौली कहा जाता है। उन्‍होंने लोगों से पूछा कि जैसे कदम से कदम मिलाकर चौधरी चरण सिंह के साथ वे चलते थे, वैसे ही उनके साथ चलेंगे, उनका साथ देंगे।’

साथ ही रैली में सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने कहा कि देश चौधरी चरण सिंह की नीतियों से ही ठीक हो सकता है। इस दौरान उन्‍होंने बीजेपी पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया। उन्‍होंने कहा कि, बीजेपी ने किसानों, युवाओं के साथ छलावा किया है। अब जनता उसे जवाब देने को तैयार है। परिवर्तन की इस लड़ाई में पूरा प्रदेश शामिल हो रहा है। इससे भाजपा डर गई है। तरह तरह के षड़यंत्र रच रही है। भाजपा किसान, गरीब की नहीं पूंजीपतियों की सरकार है। चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न का सम्मान मिलना चाहिए। आज हमारे देश का लोकतंत्र खतरे में है। भाजपा देश को आजाद कराने वाले स्वतंत्रता सेनानियों का इतिहास हटाकर अपना इतिहास बता रही है। जिस तरह से इस देश से अंग्रेजों को हटाया था, उसी तरह भाजपा को हटाना है। पूंजीपति ताकतों को नेस्तनाबूद करना है।