17 जुलाई, गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में आयोजित ‘स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2024-25’ कार्यक्रम में देश के सबसे स्वच्छ शहरों को सम्मानित किया। इस बार उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख शहर – नोएडा और लखनऊ को अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार मिला। यह सम्मान देशभर में चल रहे स्वच्छ भारत मिशन और नगर निकायों के प्रयासों की सराहना के रूप में दिया गया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने यह पुरस्कार प्राप्त किया।
सीएम योगी और डिप्टी सीएम ने दी बधाई
इस सम्मान को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (एक्स) पर प्रदेशवासियों को बधाई दी। उन्होंने लिखा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वच्छता एक जन आंदोलन बन चुकी है। उत्तर प्रदेश आज स्वच्छ और हरित राज्य बनने की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है। सीएम ने इसे “स्वच्छाग्रहियों की मेहनत, समाज के सहयोग और प्रशासन की प्रतिबद्धता” का परिणाम बताया। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी बधाई देते हुए लिखा कि ये उपलब्धि “प्रधानमंत्री के स्वच्छता संकल्प का साकार रूप” है।
इस बार 78 शहरों को मिला सम्मान
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में चार मुख्य श्रेणियों में कुल 78 पुरस्कार दिए गए। यह श्रेणियां थीं।
1. सुपर स्वच्छ लीग शहर
2. पांच जनसंख्या श्रेणियों में शीर्ष तीन स्वच्छ शहर
3. विशेष श्रेणियां – गंगा शहर, छावनी बोर्ड, सफाई मित्र सुरक्षा, महाकुंभ
4. राज्य स्तरीय पुरस्कार
भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने बताया कि यह सर्वेक्षण ‘कम करना, पुन: उपयोग करना, पुनर्चक्रण (Reduce, Reuse, Recycle)’ की थीम पर आधारित था।
इतने लोगों ने किया सर्वेक्षण
इस बार के स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर मंत्रालय ने कहा कि देशभर के हर वार्ड में 45 दिनों तक गहन निरीक्षण किया गया। इसके लिए 3,000 से ज्यादा मूल्यांकनकर्ताओं की टीम तैनात की गई थी। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य सिर्फ सफाई को आंकना नहीं था, बल्कि यह देखना था कि शहरों में कचरा प्रबंधन, लोगों की जागरूकता और प्रशासन की भागीदारी कितनी प्रभावी है।