पटना के बहुचर्चित चंदन मिश्रा हत्याकांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने इस मामले में शामिल 5 शूटरों की पहचान कर ली है। इस बात की पुष्टि खुद पटना के एसएसपी ने की है। उन्होंने बताया कि इस मर्डर के पीछे आपसी वर्चस्व की लड़ाई अहम कारण थी। बुधवार को 5 शूटर ने पटना के पारस अस्पताल में घुसकर गोली मार दी। करीब आधा दर्जन से अधिक गोली लगने के बाद कुछ ही देर में चंदन मिश्रा की मौत हो गई। पटना में दिनदहाड़े हत्या के बाद पुलिस हरकत में आ गई। हालांकि पुलिस शूटर को गिरफ्तार के लिए कई जगहों पर छापेमारी कर रही है।
पटना एसएसपी ने खोले कई राज
पटना के एसएसपी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा की “यह एक योजनाबद्ध हत्या थी जो आपराधिक गिरोहों के बीच वर्चस्व को लेकर हुई। हमने पांच शूटरों की पहचान कर ली है, जिनमें से कुछ पहले से ही आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं। चंदन मिश्रा भी अपराध में संलिप्त था। किसी केस में वो बेऊर जेल में बंद था, तबीयत खराब होने के बाद अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था। तभी 5 शूटर पिस्टल के साथ अस्पताल में दाखिल होते हैं। उसके बाद पांचों एक साथ घुसकर फायरिंग कर देते हैं। फिर पांचों बड़े ही आसानी से फरार हो जाते हैं। पुलिस ने बताया कि सभी पांच शूटर फुलवारी शरीफ के रहने वाले बताए जा रहे हैं। पुलिस इस मामले में गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
घटना की पृष्ठभूमि
चंदन मिश्रा, जो कि बक्सर में दर्ज एक पुराने गोलीकांड के आरोपी थे। इलाज के लिए कोर्ट के आदेश पर पैरोल पर बाहर लाए गए थे। उन्हें पटना के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहीं पर दिनदहाड़े अपराधियों ने हॉस्पिटल परिसर में घुसकर उन पर गोली चला दी थी। इस घटना ने पटना की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे।
CCTV और टेक्निकल सर्विलांस से मिली लीड
पुलिस ने बताया कि अस्पताल और आसपास के इलाकों के CCTV फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर शूटरों की पहचान की गई है। जल्द ही इनकी गिरफ्तारी होगी, इसके लिए स्पेशल टीम गठित कर कार्रवाई तेज कर दी गई है। यह घटना न सिर्फ पटना बल्कि बिहार की आपराधिक पृष्ठभूमि में सक्रिय गिरोहों की गंभीरता को उजागर करती है। लेकिन पुलिस की त्वरित पहचान और कार्रवाई यह संकेत देती है कि प्रशासन अब इस मामले को जल्द सुलझाने और अपराध पर अंकुश लगाने के मूड में है। अब निगाहें इस बात पर हैं कि पुलिस कब तक इन शूटरों को गिरफ्तार कर पाती है और किस हद तक अपराध के नेटवर्क का पर्दाफाश होता है।