प्रयागराज : अपनी बिटिया की मौत से इस समय हाथरस का पीड़ित परिवार सदमे में हैं. परिवार के हालात बहुत खराब हो चुके हैं. मानसिक और शारीरिक दोनों ही रूप में पीड़ित परिवार पूरी तरह से टूट चुका है. परिवार खुली हवा में सांस तक के लिए मजबूर हो चुका है और अब पीड़ित परिवार ने इलाहबाद उच्च न्यायलय का दरवाजा खटखटाया है.
हाल ही में इस संबंध में पीड़ित परिवार ने इलाहबाद उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की है. इस याचिका पर जल्द ही अदालत अपना फैसला सुनाएगी. फिलहाल कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है. याचिका में परिवार की ओर से कहा गया है कि, वे अपने ही घर में कैद की जिंदगी जीने को मजबूर हैं. पुलिस-प्रशासन द्वारा अत्यधिक बंदिशें लगाई गई है. वे खुली हवा में सांस लेना चाहते हैं और परिवार ने मांग की है कि, उन्हें लोगों से मेल-मिलाप के साथ ही खुलकर बात करने की छूट प्रदान की जाए.
बता दें कि समाजसेवी सुरेंद्र कुमार द्वारा यह याचिका कोर्ट में पीड़ित परिवार की ओर से दायर की गई है. इस याचिका को लेकर अदालत ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के सामने सवाल रखा. जिसमे अदालत ने सरकार से पूछा है कि इस बारे सरकार की क्या राय है. जल्द ही इस याचिका पर इलाहबाद हाई कोर्ट का फ़ैसला आने की उम्मीदें जताई जा रही है.