यूक्रेन के साथ रूस का युद्ध(Russia’s war with Ukraine) जारी हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन(Russian President Vladimir Putin) की सैन्य हमले की घोषणा के बाद यूक्रेन(Ukraine) में अब तक कई जगह पर रूस(Russia) ने कब्जा जमा लिया हैं। और खबर हैं कि अब रूस की सेनाएं यूक्रेन की राजधानी कीव(Kiev, the capital of Ukraine) से कुछ ही दुरी पर हैं। और कीव पर कभी भी हमला कर सकती हैं।
ऐसे में यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की(President of Ukraine Vladimir Zelensky) ने अपनी देशभक्ति और मातृभूमि से प्रेम का जबरदस्त परिचय दिया हैं। शनिवार को उन्होंने कहा कि रूस की सेनाएं देश की राजधानी कीव से महज कुछ ही दुरी पर हैं, लेकिन हमारी सेना पूरी बहादुरी से रूस की सेनाओं का मुकाबला करेगी और हार न मानते हुए हथियार नहीं डालेगी।
एक वीडियो जिसमें यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की(President of Ukraine) राजधानी कीव में राष्ट्रपति कार्यालय के बाहर जानकारी देते हुए बताते हैं कि सोशल मीडिया पर ऐसी अफवाहें उड़ रहीं हैं कि हमने अपनी सेना को हथियार डालने और सुरक्षित तरीके से निकलने का आदेश जारी कर दिया हैं।
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जबकि हमने ऐसा कोई भी आदेश नहीं निकाला हैं। हमारी सेनाएं बहादुरी और पूरे समर्पण के साथ रूस की सेनाओं का सामना कर रही हैं, और आगे भी करती रहेगी। और उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि यूक्रेनी सेना के समर्पण से जुड़ी ऐसी किसी भी अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए।
राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की विपरीत हालातों में भी अपने देश का साथ दे रहे हैं। और बोल रहे हैं कि जब तक मैं हूँ, तब तक हम हथियार नहीं डालेंगे। हम अपनी मातृभूमि की रक्षा किसी भी कीमत पर करेंगे। हम अपने देश को गुलाम होते हुए नहीं देख सकते हैं। और इसकी आजादी की रक्षा के लिए संघर्ष करेंगे हम हथियार नहीं डालेंगे, हमारे हथियार ही हमारी सच्चाई है।
आपको ये भी बता दे कि राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की को अपनी रक्षा के लिए यूक्रेन छोड़ने का प्रस्ताव भी दिया गया था। खबर हैं कि अमेरिका ने उन्हें ये ऑफर दिया था। लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को ठोकर मार दी। और अपने देश और देश के नागरिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।
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जबकि ऐसे ही नाजुक हालातों में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी(Afghan President Ashraf Ghani) अपनी जान बचाने के लिए देश छोड़कर भाग खड़े हुए थे। आपको बता दे कि पिछले साल तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। तालिबान ने ऐसा अमेरिका के सैनिकों द्वारा अफगानिस्तान को छोड़ कर जाने के बाद किया था।
जबकि 20 वर्षों तक अमेरिका अफगानिस्तान की रक्षा कर रहा था। लेकिन अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के बाद राष्ट्रपति joe biden ने अपनी सेना को अफगानिस्तान छोड़ने का आदेश दे दिया था। और इसी का फायदा उठाते हुए तालिबान ने अपने लड़ाकों के दम पर अफगानिस्तान को हथिया लिया। ऐसे में राष्ट्रपति अशरफ गनी अपने परिवार सहित देश छोड़कर UAE भाग गए।