उज्जैन में शुरू हुआ दूसरा वैश्विक आध्यात्मिक पर्यटन कॉन्क्लेव, सीएम यादव और केंद्रीय मंत्री शेखावत ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया शुभारंभ

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By Abhishek SinghPublished On: August 27, 2025

उज्जैन में आज द्वितीय वैश्विक आध्यात्मिक पर्यटन कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दीप प्रज्ज्वलन कर के किया। इस कार्यक्रम में देश-विदेश से आए 300 से अधिक आध्यात्मिक गुरू, विचारक और विशेषज्ञ मौजूद रहे। मुख्य वक्ता के रूप में आध्यात्मिक गुरु गौरांग दास ने उपस्थित श्रोताओं को संबोधित किया।


ज्योतिर्लिंग मार्ग और स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं पर विचार-विमर्श

कॉन्क्लेव में PHDCCI-KPMG द्वारा तैयार आध्यात्मिक पर्यटन पर विशेष रिपोर्ट भी जारी की गई। कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में ‘ज्योतिर्लिंग सर्किट’ पर विस्तृत चर्चा होगी, जिसमें भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों के धार्मिक महत्व और संरक्षण की दिशा पर विचार किया जाएगा। वहीं ‘मंदिर अर्थव्यवस्थाएं’ सत्र में तिरुपति, वैष्णो देवी और काशी विश्वनाथ जैसे प्रमुख मंदिरों के स्थानीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव और लाभ पर चर्चा की जाएगी।

आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास

यह कॉन्क्लेव आध्यात्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने, भारत की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण और जिम्मेदार आतिथ्य के तरीकों पर चर्चा करने का एक महत्वपूर्ण मंच है। इसका उद्देश्य भारत की समृद्ध आध्यात्मिक परंपराओं को आधुनिक दृष्टिकोण के साथ वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करना और उज्जैन में आयोजित होने वाले सिंहस्थ-2028 की तैयारियों पर विचार-विमर्श करना है।

आध्यात्मिक विरासत का आधुनिक प्रस्तुतीकरण

कॉन्क्लेव में “मन, शरीर और आत्मा: कल्याण की नई आध्यात्मिक सीमाएँ” और “डिजिटल में दिव्यता – आध्यात्मिकता 2.0” जैसे सत्र आयोजित किए गए। इन सत्रों में योग, ध्यान और आयुर्वेद के साथ-साथ डिजिटल तकनीकों जैसे वर्चुअल दर्शन, एआई और वीआर के माध्यम से आध्यात्मिकता को अधिक सुलभ बनाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया गया। कार्यक्रम का समापन प्रतिनिधियों के लिए श्री महाकालेश्वर और श्री काल भैरव मंदिरों के दर्शन के साथ किया जाएगा।