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खिदमत के जज्बे से लबरेज थे राहत इंदौरी

खिदमत के जज्बे से लबरेज थे राहत इंदौरी

By Akanksha JainAugust 12, 2020

अखिल राज हमसे पूछो के गजल मांगती है कितना लहू, सब समझते हैं ये धंधा बड़े आराम का है। ये राहत इंदौरी का एक मकबूल शेर है। इसमें वे बड़ी

मिकी बी ने भारतीय सेना के जवानों के सम्मान में रचा “दिल मांगे मोर”

मिकी बी ने भारतीय सेना के जवानों के सम्मान में रचा “दिल मांगे मोर”

By Akanksha JainAugust 12, 2020

  कोविड-19 की महामारी के हमले के बाद आने वाला भारत का 74 वां स्वतंत्रता दिवस एक नए भारत का उदय देख रहा है। एक नया, अधिक साहसी और जिंदादिल

‘हम तो उसकी दुनिया में बाजार करने आये हैं!

‘हम तो उसकी दुनिया में बाजार करने आये हैं!

By Ayushi JainAugust 12, 2020

गौरीशंकर दुबेे बात 1981 की है। मालवा मिल के मजदूरों के ज्यादातर बच्चे यशवंत निवास रोड पर मालवा मिल सरकारी स्कूल में पढ़ते थे। स्कूल दो से पांच बजे तक

उर्दू शायरी के बहुरुपिये का मंच छोड़ना!

उर्दू शायरी के बहुरुपिये का मंच छोड़ना!

By Akanksha JainAugust 12, 2020

सोपान जोशी उर्दू जुबान और उसकी शायरी पीछे मुड़ के देखती है, एक गुजरे जमाने की ओर। राहत इंदौरी उन इने-गिने शायरों में रहे, जिनकी वजह से नए लोगों के

सम्मान से नहीं चंदे से डरते थे…राहत !

सम्मान से नहीं चंदे से डरते थे…राहत !

By Ayushi JainAugust 12, 2020

राजेश राठौर राहत इंदौरी के सम्मान की बात दो-तीन साल से चल रही थी। जब भी उनसे बात होती थी, तो वो हंसकर टाल देते थे, उनको समझाने की कोशिश

जिस्म के गौतम से क्या उम्मीद, कब घर छोड़ दे

जिस्म के गौतम से क्या उम्मीद, कब घर छोड़ दे

By Akanksha JainAugust 12, 2020

हिदायतउल्ला खान राहत इंदौरी जब रंग से खेला करते थे, तब भी उनके पास कई दोस्त थे, लेकिन अब ज्यादा नहीं हैं। जो हैं उनमें इंदौर के हीरानंद दानीवर भी

मुल्कों की तरह लोगों के दिल जीते हैं

मुल्कों की तरह लोगों के दिल जीते हैं

By Akanksha JainAugust 12, 2020

हिदायतउल्लाह खान अस्पताल पहुंचने से पहले राहत इंदौरी ने शायर अल्ताफ जिया को फोन लगाया था और शेर सुनाया- तमाम शहर ने की मेरी मग़फिऱत की दुआ…मुझे भी मौत पर

चेहरे की राजनीति?

चेहरे की राजनीति?

By Ayushi JainAugust 12, 2020

शशिकांत गुप्ते कोई भी शख़्स खुद का चेहरा स्वयं नहीं देख पाता है।चेहरा देखने के लिए दर्पण की आवश्यकता होती है। फिल्मों में चेहरे पर बहुत से गीत लिखे गए

जब छात्र राहत ने प्रसिद्ध शायर जानिसार अख्तर के सामने ग़ज़ल पढ़ने की बात कही

जब छात्र राहत ने प्रसिद्ध शायर जानिसार अख्तर के सामने ग़ज़ल पढ़ने की बात कही

By Ayushi JainAugust 12, 2020

वर्षा मिर्जा राहत इंदौरी जब नवीं कक्षा में नूतन हायर सेकंडरी स्कूल में पढ़ते थे, तब स्कूल में एक मुशायरा हुआ। राहत की ड्यूटी शायरों की खिदमत करने के लिए

अभी-अभी, मैं शायर बदनाम

अभी-अभी, मैं शायर बदनाम

By Ayushi JainAugust 12, 2020

प्रदीप शर्मा कल शाम से ही मैं आहत हूं ! आज मैं राहत का जिक्र नहीं करना चाहता,क्योंकि कल से ही चारों और राहत राहत का शोर मचा है,राहत इंदौरी

एक कलंदर जो हर दिल अजीज रहा…अलविदा राहत इंदौरी

एक कलंदर जो हर दिल अजीज रहा…अलविदा राहत इंदौरी

By Ayushi JainAugust 12, 2020

राजेश ज्वेल राहत इंदौरी को मैं शायरों का अमिताभ बच्चन कहता रहा हूं, क्योंकि उनकी शायरी में एंग्रीयंगमैन जैसे ही तेवर ही नजर आते थे… राजनीति पर उनकी शायरी जहां

जन्माष्टमी, गणेश उत्सव, मोहर्रम पर्व घर पर रहकर मनाये

जन्माष्टमी, गणेश उत्सव, मोहर्रम पर्व घर पर रहकर मनाये

By Ayushi JainAugust 12, 2020

कोविड़-19 के अन्तर्गत शासन द्वारा दिये गये निर्देषों के अनुसार जन्माष्टमी, गणेश उत्सव, मोहर्रम पर्व पर नही किये जाएगे सार्वजनिक कार्यक्रम यह निर्णय कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता

क्या यह ‘विचार शून्य’ समाज की ओर बढ़ने का संकेत है?

क्या यह ‘विचार शून्य’ समाज की ओर बढ़ने का संकेत है?

By Ayushi JainAugust 12, 2020

अजय बोकिल देश में एक टेबलाॅयड अखबार के बंद होने की खबर ने इस बार देश के मीडिया जगत और खासकर पत्रकारों को जिस ढंग से भीतर तक हिला दिया,

हर आत्महत्यारा सुशांत नहीं होता

हर आत्महत्यारा सुशांत नहीं होता

By Mohit DevkarAugust 11, 2020

राकेश अचल फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह की आत्महत्या का मामला इतना तूल पकडे हुए है कि पूरे देश के टीवी चैनल हलकान हैं ,बिहार और महाराष्ट्र की सरकारें आमने-सामने हैं

‘हिंदी थोपने’ की पाॅलिटिक्स के बजाए नए मुद्दे तलाशें तो बेहतर

‘हिंदी थोपने’ की पाॅलिटिक्स के बजाए नए मुद्दे तलाशें तो बेहतर

By Mohit DevkarAugust 11, 2020

अजय बोकिल यूं तो यह बात दक्षिण भारतीयों पर ‘हिंदी थोपने’ की पालिटिक्स का हिस्सा ही ज्यादा लगती है, लेकिन यह प्रसंग जिस तरह चेन ट्वीट्स में बदला, उसमें कुछ

योगी मस्जिद में क्यों न जाएं ?

योगी मस्जिद में क्यों न जाएं ?

By Ayushi JainAugust 10, 2020

डॉ. वेदप्रताप वैदिक उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अयोध्या के पास बननेवाली मस्जिद के शिलान्यास में मैं नहीं जाऊंगा, क्योंकि मैं योगी हूं और हिंदू हूं।

कहो तो कह दूँ = और यमराज भैंसे पर सवार ‘सीबीआई’ दफ्तर के लिए निकल पड़े

कहो तो कह दूँ = और यमराज भैंसे पर सवार ‘सीबीआई’ दफ्तर के लिए निकल पड़े

By Ayushi JainAugust 10, 2020

चैतन्य भट्ट यमराज अपने कमरे में बेचैनी से टहल रहे थे, बार-बार उनकी निगाह दरवाजे पर जा रही थी, कितनी देर हो गई है चित्रगुप्त को बुलाए लेकिन वो अभी

रोने की कला..!

रोने की कला..!

By Ayushi JainAugust 10, 2020

“रोना एक कला है। इसके लिए गला भर काफी नहीं,गति-लय, आरोह-अवरोह भी चाहिए होता है। ज्यादातर मामलों में लोगों को मजबूरी में रोना पड़ता है। दिल हंसता है, मुंह से

‘अपनी-अपनी ढपली, अपना-अपना राग’….

‘अपनी-अपनी ढपली, अपना-अपना राग’….

By Ayushi JainAugust 10, 2020

दिनेश निगम ‘त्यागी’ – कांग्रेस नेताओं ने तय कर लिया है, ‘हम नहीं सुधरेंगे।’ यही वजह है, ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसा नेता पार्टी छोड़ चुका है। कांग्रेस सत्ता से बेदखल हो

कोविड 19 पर हीलिंग का प्रभाव अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न

कोविड 19 पर हीलिंग का प्रभाव अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न

By Ayushi JainAugust 10, 2020

इंदौर के अंतरराष्ट्रीय डिवाइन एस्ट्रो हीलर के सानिध्य में आयोजित। हो रहे 5 वे विश्व प्राथना दिवस के अंतर्गत महामारी कोविद 19 की सुरक्षा एवं दवा और प्राथना का कोविद19