आर्टिकल
इस दौर-ए-दर्द में शायद भवानी प्रसाद मिश्र की कविता हमारे कुछ काम आ जाए
भवानी प्रसाद मिश्र गुनगुनाइए आप भी…..! दर्द जब घिरे बहाना करो न, ना ना, ना ना, ना ना करो दर्द जो दिल से बाहिर हो तो दुनियाभर में जाहिर हो
याद रखना! जैसा कर्म बीज बो रहे हो, फसल भी वैसी ही काटनी पड़ती है
महेश दीक्षित तुम्हारे जीवन की कर्म-भूमि रतिभर बंजर नहीं है…वह तो बेजा फलदायी और अत्यंत उर्वरा है…इसमें जिस तरह के कर्म भाव का बीज तुम बोते हो, वह पैदा न
हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिए…
बाकलम – नितेश पाल मार्च के दूसरे सप्ताह से शहर में मौतों का तांडव शुरू हुआ। ये तांडव लगातार जारी है। इस शहर ने सबकुछ देखा, जी देखा कैसे जनता
तो होश करो, दिल्ली के देवो
राष्ट्रकवि दिनकर आज राष्ट्रवाद के उद्घोषक रामधारी सिंह दिनकर का पुण्य स्मरण दिवस है 1954 में लिखी दिल्ली पर उनकी कविता ‘भारत का रेशमी नगर’ तब जिस विरोधाभास को रेखांकित
हे मनुष्य! कोरोना से कह दो, मेरा खुदा बड़ा है…
-कोरोना त्रासदी ————————————————– (महेश दीक्षित) अदृश्य कोरोना वायरस कभी भी और कहीं पर भी हमला कर सकता है… किसी को भी संक्रमित कर सकता है…इसमें कोई दोराय नहीं… लेकिन यह
बताइए ! सबसे पहले किसे बचाया जाना चाहिए ?
-श्रवण गर्ग देश इस समय एक अभूतपूर्व संकट से गुजर रहा है।इसे हमारे राजनीतिक नेतृत्व की खूबी ही माना जाना चाहिए कि जो कुछ भी चल रहा है उसके प्रति
देश के तीन नामी डॉक्टरों ने मरीजों से कहा अस्पताल की तरफ मत भागो
अर्जुन राठौर आज देश के तीन नामी डॉक्टरों ने मरीजों से यह अपील की है कि वे अस्पताल की तरफ तुरंत ना भागे यह देश के तीन नामी डॉक्टर है
प्रशासन जागे
सुरेन्द्र बंसल बीते समय से इस दफा न केवल कोरोना बदल गया है अपितु उससे संघर्ष की नियत और कर्तव्य भी बदल गए. प्रशासनिक प्रधानों की तैयारियां अब वैसी नहीं
वैक्सीनेशन से ही जीती जा सकती है कोरोना के खिलाफ लड़ाई
अर्जुन राठौर भारत में कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई को वैक्सीनेशन के माध्यम से ही जीता जा सकता है इसका सबसे बड़ा उदाहरण इजराइल है जहां पर कोरोना को
अनमोल मुस्कान वेलफेयर सोसायटी ने कोरोना पीढ़ितो की मदद के लिए की सराहनीय पहल
इंदौर में कोरोना के बढ़ते कहर और बिगड़ते हालात के मद्देनजर शहर की सक्रिय सामाजिक संस्था अनमोल मुस्कान वेलफेयर सोसायटी ने आज एक सराहनीय शुरुआत की। संस्था के सिमरोल स्थित
भगवान इन्हें कभी माफ़ मत करना
मुकेश मंगल महूनाका के नवीन की माँ रेखा खाँड़े के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा था। कोविड-19 से संक्रमित रेखा को नवीन ने इंदौर के सुपर स्पेसलिटी अस्पताल में 9
आकाश मार्ग से पहुंची ये कैसी राहत है?
(निरुक्त भार्गव, पत्रकार, उज्जैन) मुख्यमंत्रीजी से सखेद निवेदन है कि वो मध्य प्रदेश में अपने मातहत मंत्रियों और सरकारी अमले के हवाई सपनों पर तुरंत लगाम लगायें! आपकी तो ये
डॉ माहेश्वरी ने तीन हजार मरीजों को फोन पर निःशुल्क परामर्श दिया
मैं इन्दोर मध्यप्रदेश से डॉ आर पी माहेश्वरी (MBBS) मेने 2 अप्रैल को एक पोस्ट व्हाटसअप पर डाली थी जिस में मैने 24 घंटे की फ्री ऑफ चार्ज सर्विस देते
राज-काज – क्यों सीन से गायब है मोदी – शाह की जोड़ी?….
* दिनेश निगम ‘त्यागी’ कोरोना के भीषणतम संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार सीन से गायब है। पिछले साल कोरोना ने दिसंबर, जनवरी में दस्तक दे दी थी। तब
कहो तो कह दूँ = मंत्री जी ने वो ही कहा, जो भगवान कृष्ण, अटल जी और राजेश खंन्ना ने कहा था
चैतन्य भट्ट अपने प्रदेश के पशु पालन मंत्री ने जरा सी बात क्या कह दी सारे लोग लठ्ठ लेकर उन पर चढ़ बैठे l कांग्रेस ने तो ठाकुर साहेब से
रेमडेसिविर की कमी को दबाने के लिए सरकार ने बदली गाइडलाइन
पुष्पेन्द्र वैद्य बेशक कोविड मरीज़ों के लिए एंटी वायरल रेमडेसिविर इंजेक्शन किसी संजीवनी से कम नहीं है। जानकारों के मुताबिक़ १०-२० फ़ीसदी लंग्स इंफ़ेक्शन को रोकने या ख़त्म करने के
मैंने जीवन में ऐसा रुदन, क्रंदन और बेबसी नहीं देखी!
( अमृता राय ) मैंने जीवन में ऐसा रुदन, क्रंदन और बेबसी नहीं देखी। मरीज़ इलाज के लिए तड़प रहे हैं और परिजन उनका हाल जानने के लिए। आप पैसा
कोरोना की अंतहीन दर्द भरी गाथा, देखो धुएं के साथ मेरी मां जा रहीं हैं
ब्रजेश राजपूत भोपाल के भदभदा विश्राम घाट पर वो आठ तारीख की शाम का वक्त था जब सूरज तकरीबन डूबने को था और अंधेरा हर कोने पर छा रहा था।
अंतरात्मा से जागिये, लाभ का लोभ तो छोड़िए
अंदाज़ अपना✒️सुरेन्द्र बंसल का पन्ना सुरेन्द्र बंसल कोविड को लेकर क्या स्थिति है इस पर लगातार लिखना अपने ,अपनों और सबको डराना है। जो कुछ है वह सबको पता है,
ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर आखिर ऐसे हालात क्यों बन गए ?
इंदौर : इस समय पूरे इंदौर में ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर हल्ला मचा हुआ है और यह कहा जा रहा है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन ही नहीं है और