Arvind Kejriwal: आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की है कि दोनों देशों में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए एक विशेष मिशन चलाया जाए।
केंद्र सरकार से विशेष अपील
इज़राइल और ईरान के बीच युद्ध जैसी स्थिति बनी है। भारत के कई परिवार चिंतित हैं क्योंकि उनके परिवार के लोग इन देशों में काम कर रहे हैं। मैं भारत सरकार से विनम्र निवेदन करता हूँ कि वहाँ रहने वाले जो भी भारतीय वापस आना चाहें, उन्हें जल्द से जल्द मिशन मोड में वापस लाने की व्यवस्था…
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 2, 2024
केजरीवाल ने अपनी पिछली पोस्ट में लिखा है कि इजराइल और ईरान के बीच युद्ध जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। इस स्थिति के कारण भारत में कई परिवार चिंतित हैं, क्योंकि उनके सदस्य इन देशों में काम कर रहे हैं। उन्होंने भारत सरकार से निवेदन किया है कि वहां रह रहे सभी भारतीयों को मिशन मोड में जल्द से जल्द वापस लाने की व्यवस्था की जाए।
दोनों देशों के संबंधों में सुधार की उम्मीद
केजरीवाल ने अपने पोस्ट में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इजराइल और ईरान के बीच हालात जल्दी सुधरेंगे और इससे दुनिया में शांति स्थापित होगी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत सरकार को इस मामले में सक्रियता दिखानी चाहिए।
भारत का तटस्थ रुख
इस तनावपूर्ण स्थिति के बीच, भारत सरकार ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बातचीत की थी।
भारतीयों की सुरक्षा की चिंता
भारत में कई लोग ईरान और इजराइल में कार्यरत हैं। हाल ही में, हमास और इज़राइल के बीच युद्ध शुरू होने के बाद, इजराइल ने फ़िलिस्तीनियों के देश में काम करने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके परिणामस्वरूप, इजराइल ने भारत सरकार के साथ एक समझौता किया था, जिसके अंतर्गत भारतीय नागरिकों को आसानी से काम करने की अनुमति दी गई थी।
ईरान का मिसाइल हमला
1 अक्टूबर की रात, ईरान ने इजराइल पर 400 बैलिस्टिक मिसाइलें दागकर हमला किया। यह हमले केजरीवाल की चिंताओं को और बढ़ाते हैं, खासकर जब हिजबुल्लाह के प्रमुख नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान द्वारा इस तरह के हमले की आशंका जताई गई थी। इस प्रकार, केजरीवाल की अपील और ईरान के हमले के बीच का संबंध, भारत के लिए एक संवेदनशील स्थिति उत्पन्न कर रहा है।