पटना। बिहार से आए दिन चौंकाने वाली खबरें और अजब-गजब मामले सामने आते रहते है। वहीं अब बिहार के बेतिया से एक अजब मामला सामने आया है दरअसल यह ताजा मामला भीख मांगने को लेकर है। देश डिजिटल भारत की तरफ लगातार बढ़ते जा रहा है वहीं लाखों भिखारियों के बीच एक ऐसा भिखारी भी है जो ऑनलाइन एप्लीकेशन के जरिए पैसे लेता है। यह कहानी बिहार के बेतिया रेलवे स्टेशन पर 30 साल से भीख मांगने वाले राजू नाम की है। राजू समय के हिसाब से अपने भीख मांगने के तरीके भी बदलता रहा। आज राजू देश के उन चंद भिखारियों में शामिल है, जो खुद को डिजिटल भिखारी कहते हैं।
ALSO READ: सोलह साल पहले आखिरी बार इंदौर आई थीं लता मंगेशकर
गले में लटका फोन पे, गूगल पे और पेटीएम के ऑप्शन वाला बार कोड और हाथ में टेबलेट यही है बेतिया रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने वाले राजू की पहचान। राजू बिहार के नेता लालू प्रसाद यादव और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रशंसक है। वही अब राजू ने भीख मांगने का अपना तरीका और अंदाज बदल दिया है। अब वो लोगों के इस बहाने को नहीं सुनता कि उनके पास छुट्टे नहीं हैं।
हालांकि राजू के भीख मांगने की वजह उसकी मंदबुद्दि है। जिसकी वजह से राजू के पास कोई नौकरी नहीं थी और उसने भीख मांगने को ही अपना पेशा चुना। वो रेलवे स्टेशन सहित कई इलाकों में भीख मांगता है और उसके मांगने का अंदाज इतना क्यूट है कि लोग आराम से पैसे दे देते हैं। जब छुट्टे नहीं होने की बात कहकर राजू को लोगों ने भीख देना बंद कर दिया जिसके बाद राजू ने यह तरीका अपनाया। बता दें कि, राजू ने बैंक जाकर अपना खाता खोला और अपना ई-वॉलेट भी बना लिया और अब वो आराम से लोगों से गूगल पे, पेटीएम और फोन पे के जरिए भीख लेता है। जिसकी वजह से 5 रुपये से लेकर लोग 100 रुपये तक एक बार में उसे भीख देते हैं।