फीस के कारण विद्यार्थी को ऑनलाइन पढ़ाई से वंचित करने वाले स्कूलों पर होगी कार्यवाही

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भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान के आदेश पर दिनांक 31/8/2020 को संभागायुक्त द्वारा पालकों के साथ कि गई बैठक में पालकों द्वारा बताई गई समस्याओं पर शासन द्वारा क्या निर्णय लिए गए थे। बता दे कि, मीटिंग में बताई गई समस्या के आधार पर संभागायुक्त महोदय द्वारस जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित कर जारी किए गए आदेश की लगातार अव्हेलना, सीबीएसई रजिस्ट्रेशन के नाम पर फीस वसूली का दबाव बनाना और फीस के आभाव में सीबीएसई पंजीयन से वंचित कर साल बिगाड़ने जैसी धमकियों की शिकायत करने और जिला शिक्षा अधिकारी महोदय को की गई।

वही, आदेश की लगातार अव्हेलना, सीबीएसई रजिस्ट्रेशन के नाम पर फीस वसूली का दबाव बनाने और फीस के आभाव में सीबीएसई पंजीयन से वंचित कर साल बिगाड़ने जैसी धमकियों की शिकायत करने और जिला शिक्षा अधिकारी के उचित निराकरण नहीं होने से नाराज पालकों द्वारा सोमवार को जागृत पालक संघ के नेतृत्व में संभागायुक्त से मुलाकात की, और साथ ही अपनी शिकायतें भी दर्ज करवाई।

संभागायुक्त द्वारा सँयुक्त संचालक शिक्षा मनीष वर्मा को सभी आवेदनों का त्वरित निराकरण करने के आदेश दिए हैं। साथ ही, कमिश्नर ने यह निर्देश जारी किए हैं कि, फीस के कारण किसी भी विद्यार्थी को ऑनलाइन पढ़ाई से / परीक्षा से/ रिजल्ट / सीबीएसई पंजीयन से वंचित करने वाले/ ट्यूशन फीस में बढ़ोतरी करने वाले स्कूलों की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करें ।

बता दे कि, जागृत पालक संघ के साथ सेंट एर्नोल्ड, चमेलीदेवी पब्लिक स्कूल, रयान इंटरनेशनल स्कूल, वैष्णव एकेडमी, एबीएन स्कूल, सेंट जोसफ स्कूल और कई स्कूलों के पालकों ने लिखित शिकायत दर्ज करवाई गयी है। बता दे कि, चमेलीदेवी पब्लिक स्कूल और सेंट एर्नोल्ड स्कूल पालदा द्वारा शासन और न्यायालय के आदेश की अव्हेलना करते हुए फीस बढ़ा दी गई है। जिसके कारण सेंट जोसेफ, एलजी एकेडमी, एबीएन और कई स्कूल द्वारा फीस के कारण बच्चों को ऑनलाइन परीक्षा /पढ़ाई और रिजल्ट से वंचित किया जा रहा है। जिसकी प्रमाणित दस्तावेजों के साथ शिकायत की गई है।

साथ ही, जागृत पालक संघ के सदस्य चंचल गुप्ता, सचिन माहेश्वरी सतीश शर्मा, विशाल प्रेमी, दीपक शर्मा, अयन बंसल, रमाकांत शर्मा, देव खुबानी, प्रतीक तागड, विनोद श्रीवास्तव, प्रकाश दौर, मोहित प्रजापति, रूपेश सलूजा ने कई अन्य पालकों के साथ मिलकर कमिश्नर से चर्चा कर पालकों का पक्ष रखा।