इंदौर। शहर में कोरोना(Corona) का खौफ साफ दिखाई दे रहा है, उसके बाद भी हम नही सुधर रहे है। हर रोज जारी होने वाली मेडिकल रिपोर्ट में जिस गति से मरीजों की संख्या बढ़ रही है उससे तो यही लगता है आने वाले दिन अच्छे नही है। कोरोना की बढ़ती रफ्तार को सब देख रहे है , उसके बावजूद भी लोग बगेर मास्क के घूम रहे है। लोगो की लापरवाही चरम पर पहुंच चुकी है। इतना सब कुछ होने के बाद भी कोई समझने को तैयार नही है। शहर में मास्क वाले चेहरे कम दिखाई दे रहे है , प्रमुख बाजारों , मार्किट, सार्वजनिक स्थलों , मॉल , सब्जी मंडियों , विभिन्न प्रकारों के समारोह में भी अच्छी खासी भीड़ दिख रही है।
ठोस कदम उठाने की आवश्यकता बढ़ी
तीसरी लहर का आगमन तो हो चुका है अब इससे निपटने के लिए आगामी दिनों में कुछ और ठोस कदम उठाए जा सकते है। जानकारी के मुताबिक शहर में रोज मरीजो की तेजी से फैल रहे कोविड और उसके नए स्वरूप (ओमीक्रोन) ने एक बार फिर लोगों को डराकर घरों में बंद रहने के लिए मजबूर कर दिया है। प्रशासन ने भी सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक ने पाबंदियां लगानी शुरू कर दी हैं।
संक्रमण तो काफी फैल रहा है – अभी यह रुकेगा नहीं
दूसरी लहर की भयानक यादों के बीच आई इस महामारी की तीसरी लहर के खतरों पर जाने माने स्वास्थ्य विशेषज्ञ और भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) के पूर्व सचिव डॉक्टर रवि मलिक ने NBT को दिए एक इंटरव्यू में साफ कहा है संक्रमण तो काफी फैल रहा है – आने वाले समय में यह रुकेगा नहीं बल्कि और फैलेगा क्योंकि यह बहुत ही संक्रामक स्वरूप लेकर आया है। आप देखिए, अमेरिका ने भारत के मुकाबले ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया, इसके बावजूद वहां पर यह इतनी तेजी से फैल गया है। पिछले 24 घंटों में अमेरिका में संक्रमण के करीब नौ लाख मामले आए हैं। लिहाजा हमारे यहां भी यह फैलेगा। यहां अभी 14 लाख के करीब जांच हुई है।
घबराना नहीं है, सावधानी बरतनी होगी
उन्होंने आगे कहा – जांच का दायरा बढ़ेगा तो देश में मामले और बढ़ेंगे। क्योंकि बहुत सारे मामले बगैर लक्षणों वाले हैं, बहुत से लोग जांच भी नहीं करवा रहे हैं और बहुत सारे लोग घरों में जांच करा रहे हैं लेकिन रिपोर्ट नहीं कर रहे हैं। इसके बावजूद यदि संक्रमण के मामले लाख की संख्या में आ रहे हैं तो मतलब साफ है कि यह आने वाले दिनों में तेजी से बढ़ेंगे। हां, घबराना नहीं है। सावधानी बरतनी होगी।
कोरोना को लेकर सावधानी कम, लापरवाहियां ज्यादा
अगर प्रतिदिन मरीजो के आंकड़ों पर नजर डाले तो साफ नजर आ जाएगा शहर में कोरोना ने लोगो को अपनी चपेट में लेने के लिए अपने पैर फैलाने शुरू कर दिये है, लेकिन हम लोग मानने को राजी नही है । न तो मास्क का उपयोग कर रहे है और न ही दूरिया बना रहे है। भीड़ भरे बाजारों में भी भीड़ ओर लापरवाही दिख रही है। कोरोना के सभी नियम कायदे नजर अंदाज कर रखा है।
अगर लोग नही समझे तो सरकार ऐसा कर सकती है
बताया गया है कि अगर अगले कुछ दिनों तक इसी रफ्तार से कोरोना के आंकड़े बढ़ते रहे तो प्रशासन कड़े कदम उठा सकता है। इसमे सप्ताह में एक दिन का कर्फ्यू , बाजार जल्दी बंद करने आदि शामिल है। कोरोना को रोकने के लिए अब ये ही एक रास्ता रह गया है, क्योकि शहर की स्थिति ठीक नही है। फिलहाल शहर में कोरोना को छोड़कर सब कुछ सामान्य चल रहा है ।