इंदौर। लाल बहादुर शास्त्री भारतीय प्रशासनिक अकादमी मसूरी से भारतीय प्रशासनिक सेवा के वर्ष 2020 बेच के प्रशिक्षु भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने विंटर स्टडी टूर के तहत स्वच्छता एवं शहरी परिवहन प्रणाली में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु नगर निगम इंदौर के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एवं स्वच्छता के संबंध में शहर के विभिन्न स्थानों का अवलोकन किया। प्रशिक्षु प्रशासनिक अधिकारियो द्वारा इंदौर के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, झोन 7 के अंतर्गत स्कीम नंबर 54, जीरो वेस्ट वार्ड 73, कबीर खेड़ी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, स्टार चौराहा कचरा ट्रांसफर स्टेशन, व टेचिंग ग्राउण्ड ड्राय-वेस्ट प्लांट व कम्पोस्ट प्लांट, नेफ्ररा, सी एंड डी वेस्ट प्लांट, चौइथराम सब्जी मंडी बायो गैस प्लांट, का अवलोकन किया गया। इस अवसर पर अधीक्षण यंत्री श्री महेश शर्मा, सहायक यंत्री श्री सौरभ माहेश्वरी, कार्यक्रम अधिकारी श्री पाटोदी द्वारा इंदौर के स्वच्छता अभियान, सॉलिड वेस्ट मैनेजमंेट के संबंध में विस्तार से जानकारी भी दी गई।
भारतीय प्रशासनिक सेवा के वर्ष 2020 बेच के 18 प्रशिक्षु भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों जिनमें सुश्री देवहुति, सुश्री एकम जे सिंह, सुश्री हेमा नायक (कोषाध्यक्ष), सुश्री जयाशारदा सी (जीएल -1), श्रीमती राम्या आर, श्रीमती यशी नागरजन (एजीएल – 2), श्री आशीष, श्री बाबूलाल (एजीएल -1), श्री गिरि शंकर आर (डॉक्टर), श्री एमडी शब्बीर आलम, श्री मृदुल सिंह, श्री नवनीत मित्तल, श्री पवन कुमार मीना, श्री पीयूष सिन्हा, श्री संदीप कुमार, श्री नवनीत सेहरा, श्री शिंदे संजीवन, श्री विशाल तेजराव नरवाडे ने विंटर स्टडी टूर के तहत आज द्वारा सर्वप्रथम जॉन क्रमांक 7 स्कीम नंबर 54 क्षेत्र में सफाई व्यवस्था तथा वार्ड क्रमांक 73 जीरो वेस्ट वार्ड का अवलोकन किया वहां पर देखा कि किस प्रकार से ही यह वार्ड जीरो वेस्ट वार्ड बना है। इसके साथ ही यह भी देखा कि किस प्रकार से कंपोस्ट खाद का निर्माण घर घर में किया जा रहा है और घर के निकलने वाले गीले कचरे का निपटान घर में किया जा रहा है। इसके पश्चात कबीर खेड़ी स्थित सिविल ट्रीटमेंट प्लांट का भी अवलोकन किया गया।
इसके पश्चात चौइथराम सब्जी मंडी स्थित बायोगैस प्लांट का अवलोकन किया गया और देखा कि मंडी से निकलने वाले गीले कचरे से बायोगैस का निर्माण किया जा रहा है और उस बायोगैस से शहर की सीटी बसो का संचालन किया जा रहा है। इसके बाद दल द्वारा देवगुराडिया स्थित टेªचिंग ग्राउण्ड का अवलोकन किया गया, यहां पर ड्राय-वेस्ट प्लांट, नेफरा, सी एण्ड डी वेस्ट प्लांट, कम्पोस्ट प्लांट, निर्माणधीन बायागैस प्लांट, डिसेंटलाईज्ड मटेरियल रिकवरी प्लांट, स्वच्छता का प्रतिक स्वच्छता परी का अवलोकन किया तथा देखा कि किस प्रकार से शहर के विभिन्न स्थानो से एकत्रित गीले व सुखे कचरे का सेग्रिगेशन कर किस प्रकार से निपटान किया जा रहा है और गीले कचरे से कम्पोस्ट खाद का निर्माण व बायोगैस का निर्माण किया जा रहा है। इसके पश्चात स्टार चौराहा स्थित गारबेज कचरा टांसर्फर स्टेशन का अवलोकन किया गया, यहां उन्होने देखा कि किस प्रकार से शहर के विभन्न स्थानो से डोर टू डोर कचरे को सेग्रीगेट कर यहां पर लाया जा रहा है और किस प्रकार से पृथक-पृथक किये गये कचरे को निपटान हेतु टेªचिंग ग्राउण्ड पर भेजा जा रहा है। इंदौर के विभिन्न स्थानो पर स्वच्छता के लिये किये गये कार्याे का अवलोकन करते हुए, इंदौर की स्वच्छता से अभिभुत होकर इंदौर की भूरी-भूरी प्रशंसा की गई।