इंदौर 11 दिसंबर 2021: जिसमे उन्होंने मूलतः मीडिया क्षेत्र से जुडे अनेको महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार रखे। जिसमे मुख्यतः देश मे एक मीडिया काउंसिल की आवश्यक्ता पर जोर दिया। आज देश मे लगभग हर प्रकार के महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम के लिए एक काउंसिल गठित है जिस से पृथक रूप से संबद्धता अनिवार्य है जबकि मीडिया पाठ्यक्रमो को संचालित करने के लिए ऐसी कोई अनिवार्यता नही है। प्रेस काउंसिल भी प्रिंट मीडिया को रेगुलेट करने के लिए है ,जबकि ईलेक्ट्रोनिक और डिजिटल मीडिया को रेगुलेट करने की अत्यंत आवश्यकता है। मीडिया के क्षेत्र में कार्यरत समस्त मीडिया कर्मियों का अपना विवेक आवश्यक है आज के युग मे खबरों के सत्यापन के लिए। फेक न्यूज़ क्या होती है प्रश्न पर आपने कहा कि मुझे फेक न्यूज़ शब्द से परहेज है। यही वह फेक है तो न्यूज़ नही हो सकती और यदि न्यूज़ है तो फेक नही। दोनों ऑक्सिमोरोन्स है।
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यूनिवर्सिटी अपने 50 एकड़ के नए प्रेमिसेस में शिफ्ट हो रही है अगले सत्र से। यूनिवर्सिटी में 96000 छात्र अध्ययनरत है यह एक रिकॉर्ड है। कई नवाचारों के साथ यूनिवर्सिटी नए आयामो को छूने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
आज इंदौर संभाग के संबद्ध अध्ययन केंद्रों की कार्यशाला के दौरान उन्होंने अध्ययन केंद्रों के संचालकों से विश्वविद्यालय से जुड़े विषयो पर खुल कर चर्चा की। उनकी समस्याओं का निवारण किया। एक दूसरे को मजबूत कैसे किया जा सकता है, इस पर बल दिया। अध्ययन के केंद्रों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले केंद्रों एवं छात्र छात्राओं को कैसे प्रोत्साहित किया जा सकता है किया जाएगा पर एक रोडमेप सामने रखा। चित्र भारती फ़िल्म फेस्टिवल की जानकारी दी।
दादा माखनलाल जी की पुष्प की अभिलाशा के 100 साल पूर्ण हों पर एक कविता के लिए शताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है, की जानकारी भी दी। इंदौर 11 दिसंबर ।वरिष्ठ मीडिया विशेषज्ञ और माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलपति प्रो.के.जी.सुरेश कल एक दिवसीय प्रवास पर इंदौर आएं। उन्होंने स्थानीय मल्हार मेगा मॉल स्थित विश्वविद्यालय के संबद्ध अध्ययन संस्थान वर्चुअल वॉयज कॉलेज में अपराह्न 3.30 बजे इंदौर के प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया कर्मियों से चाय पर चर्चा की।
प्रो. केजी सुरेश :
आप माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति हैं। इससे पूर्व आप भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली (आईआईएमसी) के महानिदेशक रहे हैं। स्कूल ऑफ़ मार्डन मीडिया, यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज़ (यूपीईएस) देहरादून में डीन के रूप में भी आप अपनी सेवाएं दे चुके हैं। प्रो. सुरेश इससे पहले डीडी न्यूज में सीनियर कंसल्टिंग एडिटर, एशियानेट न्यूज़ नेटवर्क में संपादकीय सलाहकार और प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया में मुख्य राजनीतिक संवाददाता रह चुके हैं।
26 सितंबर 1968 को जन्मे प्रो. केजी सुरेश की शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय, भारतीय विद्या भवन और गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एण्ड टेक्नोलोजी, हिसार से हुई है। प्रो. सुरेश जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद, सोसाइटी ऑफ सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट, कोलकाता, भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद की अनुसंधान समिति, सलाहकार परिषद, दिल्ली स्कूल ऑफ जर्नलिज्म, दिल्ली विश्वविद्यालय, अकादमिक परिषद, केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश, स्कूल बोर्ड ऑफ टैगोर स्कूल ऑफ क्रिएटिव आर्ट्स एंड कम्युनिकेशन स्टडीज, असम विश्वविद्यालय, सिलचर; विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की राष्ट्रीय परिषद की पुरस्कार चयन समिति से भी जुड़े रहे हैं।
प्रो. केजी सुरेश को हिंदी पत्रकारिता और जनसंचार में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिष्ठित गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार प्राप्त है।