इस साल हरतालिका तीज पर नहीं होगी भजन संध्या

Akanksha
Updated on:
Shankar lalwani

सतीश शर्मा

इंदौर । 21 अगस्त को हरतालिका तीज पर महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखेगी, लेकिन लोक संस्कृति मंच के द्वारा आयोजित होने वाली देश की सबसे बड़ी भजन संध्या का आयोजन इस वर्ष कोरोना के कारण नहीं होगा। मंच के अध्यक्ष एवं लोकप्रिय सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि प्रतिवर्ष राजवाड़ा पर किया जाने वाला यह आयोजन शहर ही नहीं आसपास के गांव की महिलाओं एवं युवतियों के लिए एक आकर्षण का केंद्र रहा है । लेकिन कोरोना महामारीके चलते यह आयोजन नहीं होगा। महिलाओं एवं युवतियों से आग्रह है कि वे हरतालिका तीज का उत्सव अपने घर पर ही मनाएं एवं देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा बताया गए सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजर आदि का उपयोग कर स्वयं को सुरक्षित रखें। घर से बाहर अति आवश्यक होने पर ही निकले। अपने परिवार सहित प्रदेश व देश को कोरोना से लड़ने में अपना योगदान दें। इसी संकल्प के साथ इस आयोजन को अपने घर पर ही रह कर मनाएं।

लोक संस्कृति मंच क सतीश शर्मा ने बताया कि हरतालिका तीज का व्रत महिलाओं द्वारा पति की लंबी आयु एवं युवतियों के द्वारा अच्छे वर की कामना हेतु किया जाता है इस दिन भगवान शिव पार्वती की भक्ति दिनभर निर्जला व्रत रखकर एवं रात्रि को भजनों एवं नृत्य के माध्यम से आराधना की जाती है। व्रत तीज के दिन से प्रारंभ होकर दूसरे दिन ब्रह्म मुहूर्त में पूजन के बाद खोला जाता है। सतीश शर्मा ने बताया की हरतालिका तीज इस वर्ष 21 अगस्त को मनाई जाएगी लेकिन राजवाड़ा पर होने वाली देश की सबसे बड़ी भजन संध्या का आयोजन इस वर्ष नहीं हो पाएगा। रात्रि युवतियां और महिलाएं नृत्य के माध्यम से भगवत आराधना घर पर ही करके अपना व्रत निभाए।