गुलाब के पौधे में आएंगे दस गुना ज्यादा फूल, बस करें ये एक आसान काम और डालें खास चीज

गुलाब के पौधे से अधिक फूल पाने के लिए मुरझाए फूलों को हटाना और हल्दी लगाना ज़रूरी है, जिससे पौधे की ऊर्जा नई कलियों में लगे। साथ ही, दालचीनी पाउडर और इस्तेमाल की गई चाय पत्ती मिलाकर प्राकृतिक खाद देने से पौधा कीटमुक्त रहता है और खूब फूल देता है।

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Rose Plant Care Tips : गुलाब का पौधा हर बगीचे की शान होता है और इसके सुंदर फूलों की महक हर किसी को लुभा लेती है। लेकिन जब यही पौधा कम फूल देने लगे तो बागवानों की चिंता बढ़ जाती है। अगर आप चाहते हैं कि आपके गुलाब का पौधा ढेरों फूल दे, तो उसके लिए खास देखभाल के साथ कुछ सरल घरेलू उपाय अपनाना ज़रूरी है।

सूखे फूलों को हटाना है ज़रूरी

गुलाब के पौधे पर जब फूल मुरझा जाते हैं, तो उन्हें वहीं छोड़ देना पौधे के विकास को प्रभावित कर सकता है। दरअसल, सूखे फूलों में बीज बनने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है जिससे पौधे की ऊर्जा उसी में लगने लगती है। इसलिए, मुरझाए फूलों को कटर की मदद से साफ-साफ काट दें और उस कटे हुए हिस्से पर हल्दी का पेस्ट लगाएं।

हल्दी एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक का काम करती है और कटे हुए भाग को संक्रमण से बचाती है। इससे पौधा अपनी ऊर्जा नई कली और पत्तियों को विकसित करने में लगाएगा और फूलों की संख्या में जबरदस्त इज़ाफा होगा।

दालचीनी और चाय पत्ती : एक प्रभावशाली प्राकृतिक खाद

गुलाब के पौधे को पोषण देने और उसे कीटों से सुरक्षित रखने के लिए आप दालचीनी पाउडर और इस्तेमाल की हुई चाय पत्ती का उपयोग कर सकते हैं। दालचीनी में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल तत्व पौधे को हानिकारक कीटों से बचाते हैं। इसकी तेज़ खुशबू से चींटियां और अन्य कीड़े भी दूर रहते हैं। इतना ही नहीं, यह एक प्राकृतिक रूटिंग हार्मोन के रूप में भी काम करती है जो नई जड़ों को बढ़ने में मदद करती है।

वहीं, इस्तेमाल की गई चाय पत्ती नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटैशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो गुलाब के पौधे की बढ़वार और फूलों की गुणवत्ता को बेहतर बनाते हैं।

कैसे करें इसका उपयोग ?

इस आसान उपाय को अपनाने के लिए पहले गुलाब के गमले या क्यारी की मिट्टी को हल्के हाथों से खोद लें। फिर मिट्टी के चारों तरफ एक चम्मच दालचीनी पाउडर और एक चम्मच सूखी चाय पत्ती छिड़कें। इसके बाद अच्छी तरह से पानी दें। यह उपाय हफ्ते में एक बार करने से पौधा पूरी तरह से पोषित रहेगा और लगातार कलियाँ और फूल देता रहेगा।