रक्षक

Share on:

धैर्यशील येवले, इंदौर  

मत मार ,यार मेरे मत मार
कोई निकला होगा राशन लेने
कोई दवाई ,दूध, ईंधन लेने
कुदरत तो मार ही रही है ,
हालात भी रहे है मार
मत मार ,यार मेरे मत मार ।

दिया है तुझे रब ने अवसर
करवा सख्ती से कानून पालन
कौन किस परेशानी से निकला है
एक बार तो कारण पूछ लें ललन
वो चोर नही, न डाकू लुटेरा है
घर की जरूरतों ने उसे मारा है
बच्चे भूख से रो रहे जार जार
मत मार ,यार मेरे मत मार ।

कर रहा है तु लोगो का भला
नही मुझे कोई शिकवा गिला
तु कुर्बान कर रहा सुख चैन
बीत ही जाएगी ये काली रैन
देवदूत के वेश में है कुछ यमदूत
कलंकित कर रही उनकी करतूत
रख हौसला व इक़बाल बरकरार
मत मार ,यार मेरे मत मार ।

तेरी मेहनत व्यर्थ नही जाएगी
एक दिन ये जरूर रंग लाएगी
बस थोड़ा सब्र कर मेरे यार
मत मार ,यार मेरे मत मार ।