उज्जैन 19 मार्च: कलेक्टर आशीष सिंह ने आज बृहस्पति भवन में महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारियों की बैठक लेकर निर्देश दिये कि कोरोना वेक्सीनेशन के सेन्टरवार लक्ष्यों की पूर्ति के लिये महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम को अधिक मेहनत करना होगी। ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना वेक्सीन को लेकर फैली भ्रांति को दूर करते हुए पात्र व्यक्तियों को वेक्सीनेशन सेन्टर तक लाने का कार्य पर्यवेक्षक व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता करेंगी। जो भी अधिकारी वेक्सीनेशन में अच्छा काम करेंगे, उन्हें जिला स्तर पर सम्मानित किया जायेगा। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महावीर खंडेलवाल, महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी गौतम अधिकारी व जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.केसी परमार व महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना टीकाकरण की गति कम है। इसके पीछे भ्रांति जुड़ी हो सकती है। उन्होंने कहा कि महिला बाल विकास विभाग का अमला ग्रामीणों में फैली भ्रांति को दूर करते हुए उनको समझायें कि 60 साल की उम्र के व्यक्तियों को टीका लगवाना कितना आवश्यक है। बड़ी उम्र में रोग प्रतिरोधक शक्ति कम होती है और इसे अवस्था में यदि व्यक्ति कोरोना की चपेट में आता है तो उसके जीवन को संकट हो सकता है। कोरोना का टीका सुरक्षित है एवं टीका लगाने के बाद से ही व्यक्ति के शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति उत्पन्न होना प्रारम्भ हो जाती है, किन्तु दूसरा टीका लगने के 15 दिन बाद पूर्ण रूप से व्यक्ति में प्रतिरोधक क्षमता आ जाती है। कलेक्टर ने कहा कि इसी तरह 45 से 59 वर्ष की आयु के गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को भी प्रमाणीकरण प्रस्तुत करने पर टीका लगाया जा रहा है। गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्तियों को भी टीका लगवाना आवश्यक है, अन्यथा वे भी कोरोना की चपेट में आ सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि जिले में कोरोना वेक्सीनेशन के लिये हैल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर, 45 से 59 साल के बीमार व्यक्तियों एवं 60 वर्ष के वरिष्ठ नागरिकों का कुल मिलाकर 2 लाख 73 हजार 808 व्यक्तियों को वेक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके विरूद्ध हैल्थ केयर वर्कर्स का 91.88, फ्रंटलाइन वर्कर का 92.46 तथा वरिष्ठ नागरिकों का 10.48 प्रतिशत एवं 45 से 50 वर्ष के व्यक्तियों का 14.59 प्रतिशत लक्ष्य ही प्राप्त हुआ है। कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं कि प्रत्येक सेन्टर पर लक्ष्य अनुरूप शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जाये।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महावीर खंडेलवाल ने बताया कि जिले में 58 स्वास्थ्य संस्थाओं एवं उज्जैन शहर में कुछ निजी चिकित्सालयों में टीकाकरण किया जा रहा है। निजी चिकित्सालयों में पात्रता अनुसार 250 रुपये का भुगतान करने पर टीका लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि टीका लगवाने से घबराने की आवश्यकता नहीं है। टीका लगवाने के बाद हो सकता है हल्का बुखार आये, जो पेरासिटामॉल खाने से ठीक हो जाता है।