इंदौर। गर्मी के सीजन में चिलचिलाती धूप से ठंडक पाने के लिए दूध से बने आइटम छाछ, पनीर, लस्सी और दही की डिमांड शहर में दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। दिनभर की गर्मी और लू से राहत पाने के लिए लोगों की भीड़ स्थानीय डेरी और लस्सी की दुकानों पर अच्छी खासी देखने को मिल रही है। पिछले माह के मुकाबले इस माह बड़ी गर्मी के कारण 10 से 15% का इजाफा डिमांड में देखने को मिल रहा है।
इस साल मार्च और अप्रैल लगभग ठंडा बीतने के बाद मई में गर्मी ने अचानक अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिए हैं इसका एक असर शहर स्थित डेयरी और लस्सी की दुकानों पर देखने को मिल रहा है जहां पर दूध से बने प्रोडक्ट छाछ, दही, लस्सी की डिमांड दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है दुकानदार विजय व्यास के मुताबिक पिछले 15 दिनों में दही और छाछ की डिमांड 15% तक अचानक बढ़ी है जो कि अभी लगभग डेढ़ महीने और रहने के अनुमान है।
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गर्मी के सीजन में अक्सर तेल से बने पदार्थ खाने पर एसिडिटी की समस्या सामने आती है ऐसे में दही से बने छाछ को पीने से इसमें बहुत ज्यादा आराम मिलता है। शहर स्थित डेरी पर दही से बने छाछ की डिमांड भी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है इसी के साथ दही में कई प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो कि हमारे पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं इसी के साथ गर्मी में यह शरीर को ठंडक देने का काम भी करता हैं शहर में दही के लिए डेरी पर डीमांड बढ़ती जा रही है।
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आमतौर पर लस्सी पूरे साल शहर में अलग-अलग स्थानों पर बेची जाती है लस्सी सेहत और अपने भरपूर स्वाद के लिए बहुत ज्यादा पसंद की जाती है दुकानदार राघव जैन बताते हैं कि वैसे तो हम पूरे साल लस्सी तैयार करते हैं और ग्राहक इसे खरीदते हैं लेकिन पिछले 15 दिनों में लस्सी की डिमांड में अचानक बढ़ोतरी हुई है जो पहले पिछले 2 महीने से देखने को नहीं मिली है उन्होंने बताया कि वह इंदौर में दुकान चलाने से पहले सागर में अपनी दुकान संचालित करते थे उन्होंने बताया कि इंदौर में लस्सी के शौकीन बहुत ज्यादा है और रोजाना लगभग 200 से 300 गिलास लस्सी बेचते हैं वही दिन-ब-दिन इसकी डिमांड बढ़ती जा रही है जो आगे चलकर एक से डेढ़ महीने तक बनी रहने की संभावना है।