इंदौर। शहर को भिक्षुक मुक्त बनाने के साथ ही असहाय व निशक्तजनों हेतु परदेशीपुरा स्थित समाज कल्याण परिसर मेे बनाये गये भिक्षुक पुनर्वास एवं कौशल विकास केन्द्र(Beggar Rehabilitation and Skill Development Center) का सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मैन्दोला, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मनीष कपुरिया, कलेक्टर श्री मनीष सिंह, निगमायुक्त सुश्री प्रतिभा पाल द्वारा दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर पूर्व एमआईसी सदस्य श्री राजेन्द्र राठौर, श्री चंदुराव शिन्दे, पूर्व पार्षद श्री राजकुपर सुनहरे, अपर आयुक्त श्री अभय राजनगांवकर, परम पुज्य रक्षक आदिनाथ वेलफेयर एज्युकेशनल सोसायटी की प्रमुख श्रीमती रूपाली जैन व अन्य उपस्थित थे।
आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि परदेशीपुरा समाज कल्याण परिसर स्थित भिक्षुक पुनर्वास एवं कौशल विकास केन्द्र में महिला पुरूष सहित 100 से अधिक भिक्षुकों के रहने के लिए महिला हेतु अहिल्या धाम और पुरूष हेतु शिवकुटी का निर्माण किया गया है, इसका उददेश्य नगरीय सीमा क्षेत्र में भिक्षावृत्ति करने वाले असहाय व जरूरतमंदो को भिक्षुक पुनर्वास केन्द्र में रखना व कौशल प्रशिक्षण तथा रूचि अनुसार प्रशिक्षण देकर उनको आत्मनिर्भर बनाना हैं।
इसके साथ ही मंदिर प्रांगण, चौराहों व अन्य स्थान पर रहने वाले भिक्षुको को रेस्क्यू करके यहां पर लाया जावेगा तथा उनकी प्रोफाईल तैयार कर उनकी क्षमता, कार्य के प्रति रूचि आदि दर्ज कि जावेगी, जिस के आधार पर ऐसे भिक्षुको को कौशल उन्नयन प्रशिक्षण दिया जावेगा।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इंदौर हमेशा से नवाचार में अग्रसर रहता है, इस क्रम में मान. प्रधानमंत्री जी ने देश के विभिन्न शहरो में से एक इंदौर शहर को भिक्षुक मुक्त शहर बनाने के अभियान में चयन किया गया इंदौर में यह भिक्षुक पुनर्वास एवं कौशल विकास केन्द्र के माध्यम से नवाचार किया जा रहा है।
परदेशीपुरा स्थित समाज कल्याण परिसर में बहुत ही सुदर भवन का निर्माण किया गया है, जिसमें शहर से लाये गये भिक्षुको को रखा जावेगा और उन्हे कार्य व रूचि के आधार पर प्रशिक्षण दिया जावेगा। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों की मांग पर रूपये 1 करोड की लागत से अतिरिक्त भवन निर्माण का संबंधित विभाग में प्र्रस्ताव शासन को भेजने की बात कही गई तथा उक्त राशि से अतिरिक्त कक्षों का निर्माण किया जाएगा।
विधायक श्री रमेश मेन्दोला ने कहा कि समाज कल्याण परिसर में बनाये भिक्षुक पुनर्वास एवं कौशल विकास केन्द्र के लिये मैं प्रशासनिक अधिकारियो को धन्यवाद देता हॅू, जिन्होेने यहां बहुत ही सुंदर व आरामदायक भवन का निर्माण किया है। इस केन्द्र में भिक्षुको को रखा भी जावेगा और उन्हे कौशल प्रशिक्षण भी दिया जावेगा ताकि वह अपनी रूचि अनुसार कार्य भी कर सके, ताकि शहर को भिक्षुक मुक्त बनाया जा सके।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री मनीष कपुरिया ने कहा कि जब राजनीतिक इच्छाशक्ति एवं प्रशासनिक अमला जुड़ता है तो इस प्रकार के कार्य संभव होते हैं और मूल स्वरूप में आकर लेते हैं और इस प्रकार से भिक्षुक पुनर्वास एवं कौशल विकास केन्द्र का निर्माण होता है।
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कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने कहा कि यह एक प्रयास है परिणाम नहीं है परिणाम अभी बाकी है निगम की टीम द्वारा यह बहुत ही सराहनीय कार्य किया गया है जिस प्रकार से यहां पर लोगों की कार्य, क्षमता, रूचि को ध्यान में रखते हुए भिक्षुको का विकास किया जाएगा। मुख्य बात यह है कि यहां पर भिक्षुको का रिकॉर्ड भी संधारित किया जाएगा जिसके आधार पर आगे कार्रवाई की जा सकेगी शहर को भिक्षुक मुक्त इंदौर बनाने तथा जनप्रतिनिधियों के साथ ही एनजीओ संस्था परमपुज्य रक्षक आदिनाथ वेलफैयर सोसायटी की प्रशंसा की गई।
विदित हो कि भिक्षुक पुनर्वास एवं कौशल विकास केन्द्र में शहर के विभिन्न स्थानो से रेस्क्यु करके लाये जाने वाले भिक्षुको को रखा जावेगा, इस केन्द्र में महिला व पुरूष हेतु अलग-अलग भवन तथा बाथरूम की व्यवस्था की गई है। कौशल प्रशिक्षण केन्द्र में सिलाई मशीन, झाडु बनाना, अगरबत्ती बनाना, खाद बनाना, नर्सरी डेव्लपमेंट करना के साथ ही अन्य प्रशिक्षण दिया जावेगा।
यहां पर स्व सहायकता समुह के सहयोग से केन्द्र में रहने वाले महिला, पुरूष भिक्षुको के लिये भोजन की भी व्यवस्था की जावेगी। संस्था प्रवेश एनजीओ द्वारा भिक्षुक केंद्र का संचालन संधारण किया जावेगा तथा एनजीओ के माध्यम से ही रेस्क्यू करके भिक्षुको को केंद्र पर लाया जाएगा !