Black Thread Benefits: हम सभी अपने जीवन में खुशियां, सुख-समृद्धि और शांति चाहते हैं। इसके लिए हम कई तरह के उपाय अपनाते हैं वास्तु टिप्स, पूजा-पाठ, मंत्र जाप और छोटे-छोटे टोटके। इन्हीं में से एक बेहद लोकप्रिय और असरदार उपाय है एक पैर में काला धागा बांधना। यह सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि इसके पीछे गहरी मान्यताएं और फायदे छिपे हैं। आइए जानते हैं काला धागा बांधने के लाभ, सही तरीका और सावधानियां।
क्यों बांधते हैं काला धागा?
नजर दोष से बचाव
काला धागा बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से बचाने का सबसे सरल उपाय माना जाता है। कहा जाता है कि यह धागा आसपास की नकारात्मक तरंगों को सोख लेता है और आपको बड़े नुकसान से बचाता है। खासतौर पर बच्चों और नवविवाहितों को नजर से बचाने के लिए यह तरीका ज्यादा अपनाया जाता है।
ग्रह दोष का निवारण

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कई बार हमारी कुंडली में मौजूद अशुभ ग्रह जीवन में परेशानियां पैदा करते हैं। काला धागा इन ग्रहों के दोष को कम करने में सहायक होता है। खासकर शनि ग्रह के क्रूर और अशुभ प्रभाव को संतुलित करने के लिए यह उपाय बेहद असरदार है।
सकारात्मक ऊर्जा का संचार
काले धागे को सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक भी माना जाता है। इसे पहनने से व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है, मनोबल मजबूत होता है और कठिन परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति मिलती है।
किस पैर में और कब बांधें काला धागा?
- परंपराओं के अनुसार, काला धागा बाएं पैर में बांधना शुभ माना जाता है।
- सर्वश्रेष्ठ दिन: शनिवार का दिन
- क्यों शनिवार? क्योंकि यह दिन शनि देव का होता है और काला धागा उनके अशुभ प्रभाव को कम करने में मदद करता है।
काला धागा बांधने से पहले की सावधानियां
- अभिमंत्रित धागा ही पहनें: शनिवार को धागा पूजा करके, मंत्रोच्चार के साथ अभिमंत्रित कर लें।
- अन्य रंगों से बचें: काले धागे के साथ लाल या पीला धागा न बांधें, क्योंकि यह इसका प्रभाव कम कर सकता है।
- मंदिर से लें आशीर्वाद: यदि संभव हो तो भैरव मंदिर जाकर काले धागे को धारण करें, इससे और भी बेहतर परिणाम मिलते हैं।
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