एक रिश्वतखोर पटवारी(Bribery Patwari arrested) को पुलिस ने 40 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा हैं। इससे पहले भी वह 5 हजार रुपये ले चुका था। उसे भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (संशोधित) 2018 की धारा 7 के तहत गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही हैं।
दरअसल, एक आवेदक कमल चौधरी पिता स्व. श्री रामचंद्र चौधरी उम्र 43 वर्ष सरपंच ग्राम दर्ज़ी कराडिया तह सावेर ज़िला इंदौर ने बताया कि उसे अपनी ज़मीन का नक़्शा वटांकन(map marking) कराना था, जिसके लिए उसने पटवारी सुबोध सुमेले उम्र 28 वर्ष ,हल्का न. 41 दर्ज़ीकराड़िया तहसील साँवेंर जिला इंदौर से संपर्क किया। तब पटवारी द्वारा बताया गया कि इसके लिए पड़ोस के भू- मालिकों से भी सहमति लेनी पड़ेगी और इसमें 1 लाख रुपया ख़र्च भी करने पड़ेंगे।
इसके बाद पटवारी की शिकायत पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त इंदौर को की गई, और रिकॉर्डिंग की हुई बातचीत जिसके दौरान 85 हज़ार रूपये की रिश्वत लेने की बात थी पुलिस को सुनाई गई। इसके अलावा ये भी बताया गया कि बातचीत के समय ही पटवारी ने 5 हज़ार रुपये ले लिए थे।
और आज यानी सोमवार को जब प्रथम किस्त के रूप में 40 हज़ार रुपए की रिश्वत लेने आया तो पटवारी सुबोध सुमैले को ग्राम पंचायत दर्ज़ी कराडिया के प्रांगड़ में पकड़ लिया गया। उसने रिश्वत राशि अपने बैग में भी रख ली थी। अब उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (संशोधित) 2018 की धारा 7 के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही हैं।
रिश्वतखोर पटवारी आरोपी सुबोध वर्ष 2018 में ही पटवारी बना था। और उसके पिताजी सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी बताये जा रहे हैं। कहा जा रहा हैं कि उसे पैसे का इतना लालच था कि जमीन और राजस्व संबंधी कामों के लिए तीन साल में ही वह लाखों रुपये डकार चुका हैं।